Difference Between Shareholder and Debenture Holder in 2024

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इस लेख की मदद से आज हम शेयरधारक और डिबेंचर धारक में क्या अंतर होता है, यह समझने वाले हैं। इसके साथ हम शेयर और डिबेंचर के बारे में भी बात करेंगे। तो चलिए समझते हैं Difference Between Shareholder and Debenture Holder in 2024.

शेयर क्या होता हैं ?

जब भी कोई कंपनी बाजार में पहली बार सार्वजनिक होती है, तब वह पूंजी जुटाने के लिए कंपनी के शेयर को बेचती है, जो कंपनी के छोटे हिस्से होते हैं। जब कोई व्यक्ति कंपनी के शेयर को खरीदता है, तो वह उस कंपनी का मालिक बन जाता है। मतलब, अगर कोई व्यक्ति 20% कंपनी के शेयर को खरीदता है, तो वह 20% ही कंपनी का मालिक रहता है।

कंपनी दो तरह के शेयर जारी करती है, चलिए उनके बारे में भी जानते हैं:

  1. Equity Share: यह शेयर कंपनी के हिस्से होते हैं, इसे आम लोगों के लिए इश्यू किया जाता है। जब कंपनी मुनाफा करती है, तब कुछ हिस्सा डिविडेंड के रूप में शेयरधारकों को दिया जाता है।
  2. Preference Share: यह शेयर इक्विटी शेयर की तरह होते हैं, इनमें कुछ फर्क होता है। जैसे, इनमें आपको बाकी शेयर की तरह पहले डिविडेंड दिया जाता है और यह फिक्स्ड रेट में दिया जाता है।

शेयर होल्डर कोन होते हैं ?

जब कोई व्यक्ति कंपनी के शेयर को खरीदता है और जिनके पास कंपनी के शेयर होते हैं, वे कंपनी के शेयरधारक कहलाते हैं। और उनके पास कंपनी के कुछ अधिकार होते हैं, जैसे

  1. Ownership: शेयरधारक कंपनी के मालिक होते हैं। जितने उनके पास कंपनी के शेयर होते हैं, उतने प्रतिशत का वह कंपनी के मालिक होते हैं।
  2. Dividends: जब भी कंपनी मुनाफा कमाती है, तब शेयरधारक को कुछ हिस्सा डिविडेंड के रूप में दिया जाता है।
  3. Voting Rights: शेयरधारक को कंपनी के महत्वपूर्ण मीटिंग्स में, जैसे बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के चुनाव में, वोट देने का अधिकार होता है।

डेबेंचर क्या होता है?

डिबेन्चर एक परकार का लॉंग टर्म लोन है जिसे कंपनी इस्तेमाल करती हैं पैसे जुटाने के लिए। नीचे दिए गए पॉइंट्स से आप समझ सकते हैं।

  1. Loan Agreement: जब कंपनी डिबेन्चर को इससु करती है बाजार मे और निवेशकों से पैसे उधार लेती है तब वह निवेशकों से वादा करती हैं की आपकी प्रिन्सपल अमाउन्ट आपको दिए गए Specific तारीख को दे दी जाएगी इसके लिए वह लोन अग्रीमन्ट करवाती हैं।
  2. Fixed Interest Rate: डिबेन्चर जब इशू होती है तब वह फिक्स्ट इन्टरेस्ट रेट के साथ आती हैं और वह डिबेन्चर धारकों को फिक्स्ट इन्टरिस्ट रेट देती है।
  3. No Ownership: डिबेन्चर धारकों के पास कंपनी मे कोई मालिक का हक नहीं होता और ना ही वोट देने का अधिकार होता है। जबकि शेयरधारकों को कंपनी मे वोट देने के साथ साथ वह कंपनी के मालिक भी होते हैं।
  4. Maturity: डिबेन्चर के पास एक टाइम पीरीअड होता हैं जिसके बाद उसे प्रिन्सपल अमाउन्ट वापस किया जाना चाहिए कंपनी के तरफ़ से।

डिबेंचर क्या होता है, यह आपको अच्छे से समझ आ गया होगा। चलिए अब समझते हैं कि डिबेंचर होल्डर कौन होते हैं।”

डिबेन्चर होल्डर होते है ?

डिबेंचर धारक वह होता है जो किसी कंपनी के द्वारा जारी किए हुए डिबेंचर में निवेश करता है। वह डिबेंचर होल्डर कहलाते हैं। कंपनी को पैसे उधार देते हैं, जिसके बदले कंपनी इन्हें एक फिक्स्ड रेट में इंटरेस्ट देती है और दिए गए तिथि में इनके पैसे वापस करने का वादा करती है।


डिबेंचर धारक के पास कंपनी में वोट देने का अधिकार नहीं होता, और न ही कंपनी में मालिकाना का अधिकार। ये बस कंपनी को पैसे उधार देते हैं और उनका इंटरेस्ट इन्हें कंपनी देती रहती है।

शेयर और डिबेंचर में क्या फरक होता हैं?

इस टेबल की मदद से आप Difference Between Shareholder and Debenture Holder in 2024 के बारे मे आसानी से समझ सकते हैं।

Difference Between Shareholder and Debenture Holder in 2024
Difference Between Shareholder and Debenture Holder in 2024

Criteria

Shares

Debentures

Definition

शेयर कंपनी का एक हिस्सा होता है। जो व्यक्ति इसे खरीदता है, वह उतने प्रतिशत का कंपनी का मालिक होता है।

डेबेंचर कंपनी के लिए एक तरह का Loan होता है, जिसे समय आने पर चुकाना पड़ता है।

Ownership Rights

जब भी आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं, तब आप कंपनी के मालिक बन जाते हैं और आपको लाभ और नुकसान दोनों का हिस्सा दिया जाता है।

जब आप डिबेंचर खरीदते हैं, तब आप कंपनी को उधार में पैसे देते हैं, और आपका कंपनी पर कोई मालिकाना हक नहीं होता।

Dividend vs Interest

अगर आप कंपनी के शेयरधारक हैं, तो आपको कंपनी की तरफ से डिविडेंड दिया जाता है जब कंपनी लाभ में चलती है।

जब आप किसी कंपनी का डिबेंचर खरीदते हैं, तब आपको कंपनी की तरफ से फिक्स्ड इंटरेस्ट दिया जाता है।

Voting Rights

शेयर खरीदने वाले को कंपनी के बड़े फैसलों जैसे बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के चुनाव में वोट देने का अधिकार होता है।

डेबेंचर खरीदने वाले को वोट देने का अधिकार नहीं होता।

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निष्कर्ष

इस लेख की मदद से हमने समझा कि Difference Between Shareholder and Debenture Holder in 2024 के बारे मे। हमने शेयर होल्डर और डिबेंचर होल्डर के बारे में भी बात की और इनके बीच के फर्क को भी समझा। दिए गए टेबल की मदद से आप दोनों में फर्क देख सकते हैं, जिससे आपको आसानी से दोनों में अंतर समझ आ जाएगा।

आशा करता हूँ कि यह लेख आपको काफी अच्छा और मजेदार लगा होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा, तो कृपया अपनी राय कमेंट में जरूर दें, जिससे हम आपके लिए और भी लेख लिखते रहें।

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नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम इसराफ़िल अंसारी है। मैं एक कंटेंट राइटर हूं। मुझे फाइनेंस जगत से जुड़े विषयों पर ब्लॉग लिखना काफी पसंद है। मेरा उद्देश्य यह है कि सही जानकारी को हिंदी में जल्द से जल्द उपलब्ध कराना है।

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