आज हम एक ऐसे स्टॉक की बात करेंगे जो लंबे समय से भारतीय शेयर बाज़ार में मजबूत प्रदर्शन करता आया है। लेकिन हाल ही में इसमें लगातार गिरावट देखी गई है जिसने निवेशकों को असमंजस में डाल दिया है की इसे लॉंग टर्म के लिए रखना चाहिए या फिर बेच देना चाहिए। निफ्टी-50 के इस हेवीवेट स्टॉक में पिछले 12 सप्ताह से गिरावट का दौर जारी है और पिछले 6 महीनों में 14% की गिरावट दर्ज की गई है। आइए देखें की कौनसा है ये स्टॉक और क्या इसमें पकड़ रखनी चाहिए या फिर नहीं।
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स्टॉक की जानकारी
Larsen & Toubro (L&T) भारत की अग्रणी बहुराष्ट्रीय इंजीनियरनिंग और निर्माण कंपनी है जिसकी स्थापना 1938 में हुई थी। यह कंपनी मुख्य रूप से इंफ्रास्ट्रक्चर, भारी इंजीनियरनिंग, रक्षा, IT, वित्तीय सेवाओं और पावर सेक्टर में काम करती है। इसका मुख्यालय मुंबई में स्थित है और यह देश की सबसे बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में से एक मानी जाती है।
बाज़ार में गिरावट और निवेशकों पर प्रभाव
शेयर बाज़ार में इन दिनों बिकवाली का दबाव इतना अधिक है की कई बड़े और मजबूत स्टॉक्स भी 3 साल पहले के प्राइस लेवल पर पहुँच गए हैं। निवेशक अभी नई एंट्री लेने से हिचकिचा रहे हैं। निफ्टी 50 के कई प्रमुख स्टॉक्स 30% से अधिक की गिरावट झेल चुके हैं, जिसमें Tata Motors, Adani Enterprises, Hero Motorcorp, ONGC, और Asian Paints शामिल हैं।
लेकिन ऐसे ही समय को मौका कहा जाता है क्यूँकी जब बाज़ार में रिकवरी आएगी, तो यही स्टॉक्स सबसे पहले तेजी दिखा सकते हैं। यही कारण है की लॉंग-टर्म निवेशकों की नजर अब Larsen & Toubro (L&T) जैसे मजबूत स्टॉक्स पर टिकी हुई है।
कंपनी का मौजूदा प्रदर्शन
शुक्रवार को Larsen & Toubro (L&T) के शेयरों में 1.40% की गिरावट आई और यह ₹3,170.00 के स्तर पर बंद हुआ। कंपनी का कुल मार्केट कैप ₹4.35 लाख करोड़ है, जो इसे भारत की सबसे मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में से एक बनाता है।
चार्ट एनालिसिस: कहाँ तक गिरेगा ये स्टॉक
बाज़ार के प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी की तरह, Larsen & Toubro (L&T) का स्टॉक भी लगातार दबाव में है। इसने अपना 52-वीक हाई ₹3,963.50 दर्ज किया था, लेकिन वहाँ से यह अब तक 21% नीचे आ चुका है। पिछले 12 हफ्तों में लगातार गिरावट के बाद, स्टॉक ने अपना अहम सपोर्ट लेवल ₹3,290 भी तोड़ दिया है। यह वीकली चार्ट पर ट्रिपल बॉटम लेवल था, लेकिन अब नीचे की ओर ब्रोक हो चुका है। इसका अर्थ यह है की स्टॉक अभी और कमजोरी दिखा सकता है।
तकनीकी विश्लेषण के अनुसार, Larsen & Toubro (L&T) के अगले सपोर्ट लेवल ₹3,000 के आसपास देखे जा सकते हैं। अगर स्टॉक इस स्तर पर पहुंचता है तो यह संभावित रूप से बॉउन्स बैक करने का संकेत दे सकता है। रिलेटिव स्ट्रेनथ इंडेक्स (RSI) 34 पर है, जो यह दर्शाता है की स्टॉक अब ओवरसोल्ड जोन की ओर बढ़ रहा है। इसका मतलब है की स्टॉक को जल्दी ही रिकवरी मिल सकती है, लेकिन इसके लिए कुछ सकारात्मक बाज़ार संकेतों की जरूरत होगी।
संस्थागत निवेशकों की हिस्सेदारी
तकनीकी कमजोरी के बावजूद, Larsen & Toubro (L&T) का फंडामेंटल मजबूत बना हुआ है। हालांकि, स्टॉक में गिरावट की बड़ी वजह विदेशी निवेशकों (FII) द्वारा भारी बिकवाली है।
- दिसंबर 2023 में FII की हिस्सेदारी 25.5% थी, जो अब घटकर 20.8% रह गई है।
- DIIs (घरेलू संस्थागत निवेशक) ने इसे गिरावट में खरीद है और उनकी हिस्सेदारी अब 42% हो चुकी है।
- रिटेल निवेशकों की हिस्सेदारी 37.20% है।
क्या यह स्टॉक खरीदने का सही मौका है?
शेयर बाज़ार के जानकारों का मानना है की Larsen & Toubro (L&T) जैसी मजबूत कंपनियों में लॉंग-टर्म निवेश के लिए यह सही अवसर हो सकता है। अगर स्टॉक ₹3,000 के स्तर पर आता है और वहाँ से सपोर्ट मिलता है, तो यह मजबूत रिटर्न देने वाले स्टॉक्स में शामिल हो सकता है। हालांकि, निवेशकों को अभी सतर्क रहने और स्टॉक के मूवमेंट पर नजर बनाए रखने की जरूरत है। बाज़ार में स्थिरता आने के बाद यह स्टॉक उन चुनिंदा कंपनियों में शामिल हो सकता है जो सबसे तेजी से रिकवरी करेंगी।
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निष्कर्ष
Larsen & Toubro (L&T) के शेयरों में हालिया गिरावट ने निवेशकों को चिंतित कर दिया है, लेकिन यह लॉंग-टर्म निवेशकों के लिए सुनहरा अवसर भी साबित हो सकता है। अगर स्टॉक ₹3,000 के स्तर के पास आता है, तो यहाँ से बॉउन्स बैक की संभावना बढ़ सकती है। हालांकि, शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स को अभी सावधानी बरतने की जरूरत है, क्यूँकी तकनीकी रूप से स्टॉक अभी और गिरावट दिखा सकता है। निवेशकों को लॉंग-टर्म अप्रोच अपनाकर इस स्टॉक को पोर्टफोलियो में शामिल करने पर विचार करना चाहिए।
डिसक्लेमर
हमारा उद्देश्य केवल आपको इस हेवीवेट स्टॉक की पूरी जानकारी देना है, इसे खरीदना और बेचना पूरी तरह से आपकी जिम्मेदारी है।