How to Increase Chances of IPO Allotment in 2024, 100% IPO Allotment प्राप्त करने के रहस्य

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आखिर IPO होता क्या है? कौनसे ऐसे तरीकें हैं जिनसे हम IPO की 100% Allotment सुनिश्चित कर सकते हैं? कितने तरीकें के IPO Buyers होते हैं? IPO की ऐसी कौनसी ख़ास बातें हैं जो आपके निवेश को Profitable बनाने में मददगार साबित हो सकतीं हैं? कौनसी कंपनियों के IPO में आपको निवेश करना चाहिए? अगर आपको भी IPO के बारे में ऐसे Basic Doubts हैं तो आप बिलकुल सही Platform पे हैं, आइए इस लेख के ज़रिये IPO केA-Z को समझें और जाने How to Increase Chances of IPO Allotment in 2024.

क्या है IPO ?

IPO यानी Initial Public Offering, कंपनी के IPO launch करने की कुल तीन वजह हो सकतीं हैं, पहली, कंपनी खुद को एक्सपैंड करना चाहती है, दूसरी, कंपनी Debt में हैं और तीसरी, अपने Investors को Exit करने से रोकने के लिए |

IPO कैसे कार्य करता है?

IPO launch करने के लिए सबसे पहले कंपनी अपने आप को BSE और NSE में रजिस्टर करती है जिन्हें हम Bombay Stock Exchange और National Stock Exchange कहते हैं | कोई भी प्राइवेट कंपनी पब्लिक से पैसा नहीं ले सकती, अगर वो ऐसा करती है तो यह Illegal है, वहीँ अगर वो IPO launch करके लोगों से पैसा ले तो यह Legal माना जाता है, लेकिन सवाल यह है की आखिर पब्लिक किसी भी कंपनी में पैसा इन्वेस्ट क्यों करेगी? इसके बदले में पब्लिक को क्या मिलेगा? तो बदले में पब्लिक को मिलेगी हिस्सेदारी यानि शेयर्स |

IPO के निवेशकर्ताओं की Categories:

IPO में पैसा लगाने वाले लोगों की भी कुल तीन Categories हैं, सबसे पहली QIB जिन्हे हम Qualified Institutional Buyers के नाम से जानते हैं, आखिर ये लोग कौन होते हैं? नाम से ही काफी क्लियर है की यह Qualified Buyers होते हैं, इसमें कुछ रजिस्टर्ड कमपनीज़ जैसे Banks, Mutual funds, Insurance funds, pension funds जैसी कई कम्पनीज आती हैं, समझने वाली बात ये है की इन कम्पनीज को कुछ Reserved percentage मिलता है, कह सकते हैं करीब 50%, फिर आते हैं Non Institutional Investors, यानि NII इन्हे हम HNI भी कहते हैं यानि High Net worth Individuals, इनके लिए भी 15% रिजर्वेशन IPO में reserved होती है, फिर जो तीसरी केटेगरी है वो होती है आपके और हमारे जैसे लोगों की, इन्हे हम कहते हैं Retail Investors, ये वो लोग होते हैं जो 2 लाख से कम पैसा निवेश करते हैं | यानि अगर एक कंपनी अपने 100% शेयर लगा रही है तो Retail Investors केवल 35% ही खरीद सकते हैं |

IPO में शेयर्स कैसे खरीदें जाते हैं ?

प्रति इंसान कितने शेयर्स खरीदें जा सकते हैं? तो एक या दो शेयर्स नहीं बल्कि शेयर को उनके Lot Price से ही खरीदा जाता है, अब अगर शेयर्स का इशू प्राइज ₹10 है तो क्या आप ₹10 रूपए के शेयर्स को खरीदेंगे? नहीं, बल्कि आपको Lot में खरीददारी करनी पड़ेगी, Lot की वैल्यू कंपनी द्वारा ही निश्चित की जाती है, मान लीजिये की 100 शेयर्स का एक Lot है यानि आपको 100X10 करना पड़ेगा, जिससे आपको ₹1000 का निवेश करना पड़ेगा |

IPO में Oversubscription क्या होता है?

अगर Retail investors 35% से ज़ादा निवेश करना चाहते हैं, या HNI 50% से ज़ादा, तब हम इस स्थिति को IPO का Oversubscription कहते हैं | सबसे पहले ये समझना ज़रूरी है की क्या ऐसी स्थिति अच्छी है या नहीं? तो बता दें की कम्पनी की इमेज के लिए ये स्थिति काफी अच्छी है, क्यूंकि अगर logically देखें तो oversubscription यानि नियमित से ज़ादा लोगों का किसी कंपनी के IPO में निवेश करना, जिसका सीधा साधा मतलब है Demand का ज़ादा होना, और अगर Demand ज़ादा है तो उसे अच्छा समझा जाता है, पर ऐसी स्थिति में शेयर मिलने के Chances कम हो जाते हैं, इसमें शेयर्स किसको मिलेंगे वो कंपनी द्वारा Lottery system से सुनिश्चित किया जाता है |

Retailers IPO में कैसे निवेश करते हैं?

हमने ये तो देखा की कंपनी क्यों IPO launch करती है, अब देखते हैं की Retailers IPO में कैसे इन्वेस्ट करते हैं? तो Retailers दो तरीकों से IPO में इन्वेस्ट करते हैं, पहला Speculation और दूसरा Investment | लिस्टिंग के बाद कुछ Investors, speculate करते हैं यानि मान लीजिये IPO लिस्ट हुआ और 3 गुना ज़ादा हुआ, जैसे 10 रुपए का IPO 30 रुपए का लिस्ट हुआ, तो Speculators अपना Profit बुक करते हैं, बेचदेते हैं, और profit लेके चले जाते हैं वो Hold नहीं करते, लेकिन वहीँ Investors Hold करते हैं और कुछ समय बाद जब IPO की Value बढ़ जाती है तब वो अपना शेयर बेचके ज़ादा से ज़ादा गुना प्रॉफिट प्राप्त करने में कामयाब हो जाते हैं |

How to Increase Chances of IPO Allotment in 2024

हर कोई 100% तक IPO Allotment चाहता है पर सवाल है की Investors 100% तक IPO Allotment चाहते क्यों हैं? जवाब है कई तरह के आकर्षित फायदे, जी हाँ IPO Allotment, Investors के लिए कई Attractive benefits लेकर आता है, जिससे हर किसी को IPO Allotment 100% तक पाने की इच्छा होती है जैसे की Early investment opportunity, Potential listing gains, या फिर Long term growth आदि |

100% IPO Allotment Secrets:

आइए देखते हैं की कैसे Investors IPO में Invest करके 100% तक के IPO की Allotment को कैसे प्राप्त कर सकते हैं और कैसे How to Increase Chances of IPO Allotment in 2024.

1) एक से अधिक Allotment requests: जब हम एक से अधिक Allotment requests की बात करते हैं, तो इससे ये समझने की भूल बिलकुल न करें की हम एक ही अकाउंट से अलग-अलग Platform पे Requests करने को कह रहे हैं, यदि आप ऐसा करते हैं तो Allotment मिलने के Chances 0 से Negative तक हो जाते हैं, क्यूंकि आपका पैन नंबर हर Request में एक ही होगा जिससे ये साफ़-साफ़ पता चल जाएगा की एक ही व्यक्ति ने एक से अधिक Request की हैं जो की अमान्य एंव अस्वीकृत है |

यहाँ पर बात की जा रही है अपने ही परिवार जनों के Demat Account से Request करने की, जी हाँ परिवार में जितने भी लोग हैं अगर सबके Demat Account हैं तो सबसे Apply करना लाभदायी रहेगा क्यूंकि इससे Allotment accept होने के Chances बढ़ जाते हैं |


2) HUF से Allotment request करना: Hindu Undivided Fund को एक separate entity की तरह समझा जाता है, इसे Income tax act के अंदर एक अलग Entity की तरह treat किया जाता है, यानि अगर आप इसके नाम से IPO Apply करते हैं तो भी आपको IPO मिलने की संभावनाएं होती हैं |


3) छोटी कम्पनीज़ के IPO को टारगेट करना: बड़ी कम्पनीज़ की तुलना में छोटी कंपनियों में IPO Allotment request करना ज़ादा लाभदायी रहता है क्यूंकि इसमें IPO मिलने की संभावनाएं होती हैं, वहीँ अगर हम Large कम्पनीज़ की बात करें तो आपके पास IPO Allot होने की काफी कम संभावनाएं होती हैं, ऐसा इसलिए होता है क्यूंकि छोटी कंपनियों में काम competetion अतः बड़ी कंपनियों में कई अधिक competetion होता है |


4) ASBA से Allotment अप्लाई करना: कोशिश करें की हमेशा ASBA फैसिलिटी से Instant mandate अप्लाई करें क्यूंकि इस फैसिलिटी से अप्लाई करने से आपका पैसा बैंक में ब्लॉक हो जाता है और तब तक डेबिट नहीं होता जब तक आपको IPO में Allotment न मिल जाए, यह एक सुरक्षित तरीका तो है ही लेकिन इससे Allotment में Transparency भी बढ़ती है |


5) CUT OFF Price पर बोली लगाना: हमेशा CUT OFF Price पर बोली लगाएं यानि अधिकतम मूल्य पर बोली लगाएं, इससे आपकी Request को प्राथमिकता मिलने के chances बढ़ जाते हैं |


6) Grey market premium पर कड़ी नज़र रखना: Grey market premium अनौपचारिक बाजार में IPO की मांग को दर्शाता है, ये शेयर बाज़ार में लिस्टिंग Public होने से पहले चलता है, यानी तब जब कोई IPO पब्लिक नहीं हुआ होता, इस Premium पर नज़र रखने से Investors को IPO की लोकप्रियता और शेयर की संभावित मांग का अंदाजा लग जाता है, इसीलिए इसपे नज़र रखने की सलाह दी जाती है |

निष्कर्ष:

IPO में इन्वेस्ट करना एक बहुत ही लाभदायी अफसर हो सकता है, लेकिन IPO में Invest करने से पहले हमेशा उसकी बारीकियों को समझे और केवल एक सही रणनीति के साथ ही Invest करें, जैसे की Grey market premium या oversubscription, जिससे आपको पहले से ही IPO में Invest करने के फायदे एंव नुक्सान का ज्ञान रहे, IPO में इन्वेस्ट करने की लेख में कुछ और भी रणनीतियां बताई गई हैं, जैसे अलग-अलग Demat Account का प्रयोग करना, HUF, Cut off Prize, ASBA इत्यादि | IPO की लिस्टिंग में मुनाफा होता है लेकिन उसके लिए सही तरह से निवेश करना बहुत ज़रूरी है, हालांकि इस लेख में इन सब के साथ-साथ आपको Basic से IPO क्या होता है? किस तरह से प्रयोग में आता है? आदि चीज़ों की जानकारी भी दी गई है |

और पोस्ट देखें – Hyundai Motor India IPO: Price Band, GMP की पूरी जानकारी पाएं

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FAQ:

1)Grey Market Premium क्या है और IPO के लिए इसका क्या महत्त्व है?

Grey market premium अनौपचारिक बाजार में IPO की मांग को दर्शाता है, ये शेयर बाज़ार में लिस्टिंग Public होने से पहले चलता है, यानी तब जब कोई IPO पब्लिक नहीं हुआ होता, इस Premium पर नज़र रखने से Investors को IPO की लोकप्रियता और शेयर की संभावित मांग का अंदाजा लग जाता है |

2)HUF से IPO का क्या सम्बन्ध है?

Hindu Undivided Fund को एक separate entity की तरह समझा जाता है, इसे Income tax act के अंदर एक अलग Entity की तरह treat किया जाता है, यानि अगर आप इसके नाम से IPO Apply करते हैं तो भी आपको IPO मिलने की संभावनाएं होती हैं |

3)IPO में 100% Allotment कैसे सुनिश्चित की जा सकती है?

IPO में 100% Allotment को सुनिश्चित करने के लिए: एक से अधिक Allotment requests, HUF, छोटी कम्पनीज़ के IPO को टारगेट करना, ASBA से Allotment अप्लाई करना, CUT OFF Price पर बोली लगाना, Grey market premium पर कड़ी नज़र रखना आदि चीज़ों का ध्यान रखना काफी ज़रूरी है |

4) IPO क्या होता है और इसे Launch करने का उद्देश्य क्या है ?

IPO यानी Initial Public Offering, कंपनी के IPO launch करने की कुल तीन वजह हो सकतीं हैं, पहली, कंपनी खुद को एक्सपैंड करना चाहती है, दूसरी, कंपनी Debt में हैं और तीसरी, अपने Investors को Exit करने से रोकने के लिए |

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम अदिति है। मैं एक कंटेंट राइटर हूं। मुझे फाइनेंस जगत से जुड़े विषयों पर ब्लॉग लिखना काफी पसंद है। मेरा उद्देश्य यह है कि सही जानकारी को हिंदी में जल्द से जल्द उपलब्ध कराना है।

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