HBL इंजीनियरिंग लिमिटेड का Railway Kavach Stock हाल ही में निवेशकों के बीच चर्चा का केंद्र बन गया है। कंपनी के बढ़ते ऑर्डरबुक और विस्तार योजनाओं ने इसे आकर्षक बना दिया है। दिसंबर 2024 तक, HBL की कुल ऑर्डरबुक 2,701.15 करोड़ रुपए तक आई है, जिसमें रेलवे संकेत प्रणाली और बैटरियों और रक्षा एलेक्ट्रॉनिस जैसे प्रॉडक्ट्स शामिल हैं। इसमें से 1,522 करोड़ रुपए का एक बड़ा ऑर्डर ट्रेन कॉलिशिन अवाइडेंट्स सिस्टम (TCAS) के 2,200 लोकोमोटिव्स के लिए है। इस ऑर्डर ने HBL को रेलवे परियोजनाओं में एक प्रमुख कंपनी के रूप में स्थापित किया है। आखिर क्या है ये HBL Engineering News, आइए लेख के माध्यम से समझें।
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शुक्रवार के ट्रेडिंग सेशन में HBL इंजीनियरिंग के शेयर का मूल्य 633.55 रुपए के उच्चतम स्तर तक पहुंचा। हालांकि, दिन का अंत 625.85 पर हुआ। पिछले पाँच वर्षों में, कंपनी के स्टॉक ने 4,000% से अधिक का रिटर्न दिया है। वित्तीय रूप से Q2 FY25 में कंपनी ने 521 करोड़ रुपए का राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 7% कम था। हालांकि, इस दौरान शुद्ध लाभ में 30% की वृद्धि हुई और यह 87 करोड़ रुपए हो गया, जो पिछले वर्ष 68 करोड़ रुपए था।
Railway Kavach Stock: Expansion and Innovation
HBL इंजीनियरिंग, FY25 में 100 करोड़ रुपए का निवेश कर रही है ताकि उच्च ऊर्जा घनत्व वाली लिथियम-आयन बैटरियों का निर्माण शुरू किया जा सके। यह प्रयास भारत की बढ़ती रक्षा आवश्यकताओं और आत्मनिर्भरता की दिशा में है। इसके अलावा, कंपनी अपनी मेनयुफेकचरिंग क्षमता को भी बढ़ा रही है और लीन मेनयुफेकचरिंग रणनीतियों को लागू कर रही है। आपूर्ति शृंखला में आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए एलेक्ट्रॉनिक कंपोनेन्टस का स्टॉक बढ़ाया जा रहा है।
Impact on Railway and Defence
HBL इंजीनियरिंग, भारतीय Railway Kavach Stock प्रोजेक्ट्स में शामिल प्रमुख कंपनियों में से एक है। अन्य कंपनियों जैसे KFC International, Krnex Microsystems, RailTel, और Siemens के साथ मिलकर HBL रेलवे सुरक्षा और संकेत प्रणाली के क्षेत्र में काम कर रही है। कवच और अन्य परियोजनाओं का कुल अनुमानित मूल्य 30,000 करोड़ रुपए का है। इन योजनाओं में भागीदारी ने HBL को एक मजबूत प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त दी है।
Shareholding Pattern
सितंबर 2024 तक, HBL के प्रमोटर्स के पास 59.10% हिस्सेदारी है। विदेशी निवेशकों के पास 4.91%, घरेलू संस्थानों के पास 0.96% और खुदरा निवेशकों के पास 29.37% हिस्सेदारी है। HBL इंजीनियरिंग, जिसे पहले HBL पावर सिस्टम्स के नाम से जाना जाता था, 1999 में हैदरबाद बैटरियों लिमिटेड और SAB नाइफ पावर सिस्टम्स लिमिटेड के विलय के बाद स्थापित हुई। यह कंपनी बैटरियों और पावर सिस्टम्स में विशेषज्ञता रखती है और भारतीय दूरसंचार, रेलवे और रक्षा क्षेत्रों में अपनी सेवाएं प्रदान करती है।
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Conclusion
HBL इंजीनियरिंग की विस्तार योजनाओं, मजबूत ऑर्डरबुक, और वित्तीय स्थिरता ने इसे निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बना दिया है। कंपनी का फोकस न केवल रेलवे और रक्षा क्षेत्रों में बल्कि अपनी उत्पादन क्षमता और गुणवत्ता सुधार पर भी है। HBL इंजीनियरिंग लिमिटेड का Railway Kavach Stock की ऑर्डरबुक और साथ ही इसके कंपनी डिटेल्स से समझ आता है की यह भविष्य में अच्छे लाभ देने की संभावना रखता है। आशा है की आपको ये जानकारी पसंद आई होगी, हमे कमेन्ट बॉक्स में इसपर अपनी राय ज़रूर बताएं।
Disclaimer:
ध्यान रहे इस पोस्ट के ज़रिए हमारा उद्देश्य केवल आपको Railway Kavach Stock से जुड़ी HBL Engineering News की सारी की जानकारी देना है। क्यूंकी हम कोई सेबि अप्रूव्ड पंजीकृत वेबसाईट नहीं हैं इसीलिए इस लेख में दी गई हमारी जानकारी को आप किस तरह प्रयोग में लाते हैं वो बिल्कुल आपके उप्पर है क्यूँकी अंत में अपने निवेश के आप खुद पूरी तरह से ज़िम्मेदार होंगे।