Stock Market Fall (Sensex Today) एक्सपर्ट्स ने किया बड़ा खुलासा! इस एक लेख में मिलेगी इसकी A-Z सारी जानकारी!

WhatsApp Group

Join Now

Telegram Channel

Join Now

13 जनवरी 2025 को भारतीय शेयर बाजार ने एक बार फिर भारी गिरावट देखी। फिर आया Stock Market Fall। सेंसेक्स 1,048.90 अंकों की गिरावट के साथ 76,330.01 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 345.55 अंक टूटकर 23,085 पर पहुँच गया। यह गिरावट पिछले चार सत्रों में लगातार देखी गई है। आइए देखें की एक्सपर्ट्स का इसपर क्या कहना है? इस गिरावट की असली वजह कौन-कौन सी हैं और इसको बेहतर किस तरह से बनाया जा सकता है।

Open Free Demat Account Today

Also read this:Laxmi Dental IPO: केवल 90 मिनट में 1.25 गुना अधिक सब्स्क्रिप्शन प्राप्त हुई! NSE ने कह दी ये बात!

Stock Market Fall: गिरावट के मुख्य कारण

विश्लेषकों का मानना है की भारतीय शेयर बाजार में आए इस Stock Market Fall के कई कारण हैं। इनमें विदेशी निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली, केन्द्रीय सरकार द्वारा पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) में कमी, और लंबे समय तक बारिश और खाद्य मुद्रास्फीति में तेज वृद्धि के कारण कमजोर उपभोक्ता मांग शामिल है। इसके अलावा, अमेरिका के राष्ट्रपति-चुने गए डोनाल्ड ट्रम्प के संरक्षणवादी नीतियों ने भी बाज़ार की अस्थिरता को बढ़ावा दिया है।

वैश्विक और घरेलू कारणों का प्रभाव

इस Stock Market Fall पर वैश्विक और घरेलू कारणों का भी कई तरह से प्रभाव है, जैसे: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा संभावित दर कटौती में धीमापन और ट्रम्प प्रशासन द्वारा मुद्रास्फीतिकारी नीतियों की संभावना ने रुपए की अस्थिरता को बढ़ा दिया है। इसके साथ ही, बढ़ती यील्डस ने भी निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है।

Stock Market Fall में क्षेत्रीय प्रदर्शन

इस Stock Market Fall में सभी सेक्टोराल इंडेक्स में गिरावट दर्ज की गई। रियल एस्टेट इंडेक्स में 6% की गिरावट देखी गई, जबकि ऑयल एंड गैस, मेटल, और मीडिया सेक्टर्स में 3% तक की गिरावट आई। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 4% की गिरावट हुई, जिससे छोटे और मध्यम निवेशकों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा।

एक्सपर्ट्स की राय: ऐसे होगा सुधार

विश्लेषकों का मानना है की बाजार में सुधार धीमी गति से होगा। इसके लिए प्रमुख घटनाएं जैसे केन्द्रीय बजट 2025 और डोनाल्ड ट्रम्प का प्रशासनिक कार्यभार संभालना, महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

प्रभुदास लीलधर का कहना है की अक्टूबर 2024 में खाद्य मुद्रास्फीति 10.9% पर पहुँचने के बाद अब इसके स्थिर होने के संकेत मिल रहे हैं। रेलवे, रक्षा, ऊर्जा और डेटा सेंटर में बढ़ती मांग से वित्त वर्ष 2026 में आर्थिक वृद्धि की संभावनाएं हैं। बाज़ार की स्थिरता Q4FY25 के अंत तक आ सकती है।

बाज़ार में सुधार की रणनीति

विश्लेषकों का सुझाव है की अस्थिरता के समय दीर्घकालिक निवेश के लिए उच्च गुणवत्ता वाले शेयरों में निवेश करना उपयुक्त रहेगा। एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज़ के अनुसार, बाजार Q1CY25 में कमजोर रहेगा, लेकिन Q2CY25 तक स्थिरता आ सकती है। डॉलर इंडेक्स में गिरावट और भारत के आय घटाव चक्र के स्थिर होने से बाजार में सकारात्मक संकेत मिल सकते हैं।

एक्स्पर्ट्स द्वारा निवेशकों के लिए सलाह

विशेषज्ञों ने इस Stock Market Fall में निवेशकों को सतर्क “प्रतीक्षा और निगरानी” रणनीति अपनाने की सलाह दी है। कोटक इन्स्टियूशनल एक्विटीज़ का मानना है की लार्ज-कैप शेयरों में स्थिरता बनी रहेगी, जबकि मिड और स्मॉल-कैप शेयरों में अभी और गिरावट संभव है।

2025 के लिए टॉप स्टॉक सिफारिशें

विशेषज्ञों ने लुपिन और टाटा मोटर्स जैसे लार्ज-कैप शेयरों को पसंद किया है। वहीं, मिड-कैप में इंडसइंड बैंक और एस्कॉर्ट्स और स्मॉल-कैप में मेट्रापलिस हेल्थकेयर के बेहतर प्रदर्शन के लिए चुना गया है।

Also read this: Jio Finance Services Share Price: क्यूँ हो रहा है ये स्टॉक ‘Oversold’? यहाँ मिलेगी सारी जानकारी:

नतीजा (Sensex Today)

भारतीय शेयर बाजार में हालिया गिरावट ने निवेशकों के आत्मविश्वास को झटका दिया है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है की यह गिरावट अस्थायी है और दीर्घकालिक आर्थिक विकास की संभावनाएं अब भी मजबूत हैं। निवेशकों को संयम बनाए रखना चाहिए और सतर्क निवेश रणनीति के साथ आगे बढ़ना चाहिए।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम अदिति है। मैं एक कंटेंट राइटर हूं। मुझे फाइनेंस जगत से जुड़े विषयों पर ब्लॉग लिखना काफी पसंद है। मेरा उद्देश्य यह है कि सही जानकारी को हिंदी में जल्द से जल्द उपलब्ध कराना है।

Leave a Comment