फरवरी में आई अपेक्षाकृत नरम मुद्रास्फीति की रिपोर्ट के बाद अमेरिकी शेयर बाज़ार में तेजी देखी गई, जिससे अर्थव्यवस्था को लेकर बढ़ती चिंताओं में थोड़ी राहत मिली। इसमें ये भी देखा गया की निवेशकों ने हाल ही में गिरे हुए टेक शेयरों को फिर से खरीदना शुरू कर दिया है। नैस्डैक क्म्पोजित 1.7% चढ़ा, S&P 500 में 0.9% की बढ़ोत्तरी हुई और डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज हल्की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था। आइए देखें की इस दौरान कौनसे शेयर उछले।
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इस दौरान, एनवीडिया के शेयर 6% उछले, जबकि मेटा और टेसला में क्रमश: 2% और 7% की बढ़त देखी गई। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक, जो अमेरिकी अर्थव्यवस्था में वस्तुओं की लागत को मापता है, फरवरी में 0.2% बढ़ा, जिससे वार्षिक मुद्रास्फीति दर 2.8% हो गई, जो की अनुमानित 2.9% से कम थी। कोर CPO, जिसमें खाद्य और ऊर्जा कीमतों को शामिल नहीं किया जाता, 0.2% बढ़ा और सालाना आधार पर यह 3.1% दर्ज किया गया, जो पूर्वानुमानों से कम था। यह आंकड़ा अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियों को लेकर निवेशकों में कुछ भरोसा जगाने में मददगार साबित हुआ, क्यूँकी यदि मुद्रास्फीति अधिक होती, तो फेड को अपनी मौद्रिक नीतियों में सख्ती बरतनी पड़ सकती थी।
इस बीच, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा स्टील और एल्यूमिनियम पर लगाए गए टैरिफ भी लागू हो गए, जिससे कनाडा ने 21 अरब डॉलर मूल्य के अमेरिकी सामानों पर 25% प्रतिशोधी शुल्क लगाने की घोषणा की। यूरोपीय संघ ने भी प्रतिक्रिया देते हुए अप्रैल से 26 अरब यूरो मूल्य के अमेरिकी उत्पादों पर काउंटर-टैरिफ लगाने की योजना बनाई। व्यापार युद्ध के कारण बाज़ार में दबाव बना हुआ है और निवेशकों को डर है की इन बढ़ते तनावों से अमेरिका में मंदी का खतरा बढ़ सकता है। इस सप्ताह डॉव, S&P 500 और नैस्डैक में 3% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है। S&P 500 मंगलवार को संक्षेप में करेक्शन ज़ोन में चला गया था, जो फरवरी में अपने उच्चतम स्तर से 10% नीचे आ चुका था।
पिछले एक महीने में, S&P 500 ने लगभग 8% गवाया है, जबकि डॉव और नैस्डैक में क्रमश: 6.6% और 11.3% की गिरावट आई है। हालांकि, कुछ निवेशकों को उम्मीद है की यह करेक्शन अस्थायी है और वित्तीय नीतियों में बदलाव के साथ बाज़ार में स्थिरता लौटेगी। दूसरी ओर, डिफेन्सिव सेक्टर के शेयरों में भी गिरावट देखी गई, जिसमें कंज्यूमर स्टेपल्स इंडेक्स 1.7% नीचे रहा। प्रमुख गिरने वाले स्टॉक्स में Hershey 4% नीचे था, जबकि मोंडेलेज और कैंपबेल के शेयरों में 3% से अधिक की गिरावट देखी गई। ब्राउन-फॉर्मन, जो व्हिस्की बनाता है, 7% गिरा क्यूँकी व्यापार युद्ध से इसके प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई।
इसी बीच, टेक्नोलॉजी सेक्टर ने बाज़ार को ऊपर खींचा, जिसमें इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इंडेक्स 1.4% चढ़ा। चिपमेकर कंपनियों ने इस रैली का नेतृत्व किया, जहां माइक्रोन टेक्नोलॉजी 7% और एनवीडिया 5.9% बढ़ा। संचार सेवाएं भी 0.9% चढ़ी, जिसमें नेटफलिक्स और मेटा प्लेटफॉर्म्स में 2% की वृद्धि हुई। हालांकि, सप्ताह-दर-सप्ताह आधार पर, टेक्नोलॉजी और कम्यूनिकेशन सर्विसेज़ दोनों ही 3% से अधिक नीचे हैं, जबकि ऊर्जा सेक्टर इस अवधि में 0.6% की बढ़त के साथ हरे निशान में बना हुआ है।
इसके अलावा, एयरलाइन कंपनियों के स्टॉक में भारी गिरावट देखने को मिली क्यूँकी डेल्टा एयरलाइंस, अमेरिकन एयरलाइंस और साउथवेस्ट एयरलाइंस ने संकेत दिया की कमजोर अर्थव्यवस्था के कारण घरेलू यात्रा की मांग प्रभावित हो सकती है। डेल्टा के शेयर 5.2% नीचे रहे, जबकि यूनाइटेड एयरलाइंस 6.3% और अमेरिकन एयरलाइंस 4.6% गिरे।
Deutsche Bank ने इस दौरान रॉबिनहुड के हालिया गिरावट को एक अच्छा खरीदारी अवसर बताया और इसका मूल्य लक्ष्य 75 डॉलर से घटाकर 61 डॉलर कर दिया, जिससे इसमें 68% की संभावित वृद्धि दिख रही है। दूसरी ओर, ब्रैड गेरस्टनर, जो आल्टीमीटर कैपिटल के CEO हैं, उन्होंने कहा की मौजूदा आर्थिक और राजनीतिक अनिश्चितता को देखते हुए वे फिलहाल निवेश से दूरी बनाए रख रहे हैं। उन्होंने स्वीकार किया की उन्होंने हाल ही में कुछ गिरे हुए स्टॉक्स खरीदे हैं लेकिन व्यापक रूप से सतर्क रणनीति अपना रहे हैं।
वहीं, सेमीकंडक्टर सेक्टर में उछाल देखी गई, जिसमें वैनएक सेमीकंडक्टर ETF 3.6% बढ़ा और यह अपने सर्वश्रेष्ठ दिन की ओर अग्रसर था। हालांकि, इस हफ्ते अब तक यह 1.5% नीचे बना हुआ है। कुल मिलाकर, बाज़ार में उतार-चढ़ाव बना हुआ है, मुद्रास्फीति के ताजा आंकड़ों ने राहत दी है लेकिन व्यापार युद्ध और टैरिफ से जुड़ी चिंताओं के चलते निवेशकों की सतर्कता बनी हुई है।