गिरते बाज़ार पर बफेट की चेतावनी! सुने बिना अगला निवेश भारी पड़ेगा!

WhatsApp Group

Join Now

Telegram Channel

Join Now

तो जैसा की हम जानते हैं, वॉरेन बफेट के अनुसार शेयर बाज़ार में अस्थिरता कोई नई बात नहीं है बल्कि वो कहते हैं की इसका सामना करने की कुंजी, धैर्य और समझदारी से लिया गया निवेश निर्णय होता है। उन्होंने महज 11 साल की उम्र में निवेश की दुनिया में कदम रखा था और तब से लेकर अब तक उन्होंने कई बार बाज़ार में बड़े उतार-चढ़ाव देखे हैं।अमेरिकी शेयर बाज़ार में भारी गिरावट के इस समय में वॉरेन बफेट ने अपनी कुछ खास रणनीतियाँ दीं है जिनको अपनाने से निवेशकों के मन में एक ठहराव आ सकता है और वे इस गिरावट को आसानी से झेल सकते हैं।

Open Free Demat Account Today

Also read this: ये दिग्गज निवेशक बोले आसमान छुएगा टाटा का ये स्टॉक!

वर्तमान में अमेरिकी शेयर बाज़ार भारी गिरावट के दौर से गुजर रहा है, जिससे निवेशकों में घबराहट का माहौल बना हुआ है। खासकर टेक्नोलॉजी सेक्टर में निवेश करने वाले लोगों को बड़ा झटका लगा है क्यूँकी Tesla, Nvidia और Alphabet जैसी दिग्गज कंपनियों के शेयरों में हाल ही में दोहरे अंकों की गिरावट दर्ज की गई है। लेकिन बफेट की निवेश शैली हमेशा से दीर्घकालिक दृष्टिकोण पर केंद्रित रही है। उनका मानना है की किसी कंपनी के स्टॉक की कीमतें अल्पकालिक रूप से निवेशकों की भावनाओं और बाज़ार के मूड के आधार पर ऊपर-नीचे हो सकती हैं, लेकिन दीर्घकालिक रूप से किसी भी स्टॉक का मूल्य उसकी मूलभूत ताकत और व्यवसाय की सफलता पर निर्भर करता है।

उन्होंने हमेशा निवेशकों को यही सलाह दी है की बाज़ार में अस्थिरता से डरने की बजाय इसे एक अवसर के रूप में देखना चाहिए। जब बाज़ार में गिरावट आती है और निवेशक डर के कारण अपने शेयर बेचने लगते हैं, तब यह समझदार निवेशकों के लिए सबसे बेहतरीन अवसर होता है की वे मजबूत कंपनियों में निवेश करें और भविष्य में इसका लाभ उठाएं। इसका सबसे अच्छा उदाहरण बफेट का निवेश दृष्टिकोण है, जो उन्होंने 2022 में Shopify के साथ अपनाया था। उस समय कंपनी के स्टॉक में 80% तक गिरावट आई थी, लेकिन बफेट ने इसे अवसर के रूप में देखा और ज्यादा से ज्यादा शेयर खरीद लिए। बफेट को विश्वास था की कंपनी की दीर्घकालिक रणनीति मजबूत है और वह गिरावट के बावजूद अच्छा प्रदर्शन करेगी। समय के साथ उनकी यह रणनीति सफल साबित हुई और इस स्टॉक ने कई गुना रिटर्न दिया।

हालांकि, बफेट ये भी मानते हैं की बिना किसी रिसर्च के गिरते हुए शेयरों को खरीदना सही रणनीति नहीं हो सकती। उनका कहना है की निवेशकों को सबसे पहले यह समझना चाहिए की किसी स्टॉक का मूल्य क्यूँ गिर रहा है। क्या यह सिर्फ निवेशकों की घबराहट और बाज़ार के मूड की वजह से हो रहा है या फिर कंपनी के व्यवसाय में कोई गंभीर समस्या आ गई है? अगर कंपनी के बिजनेस मॉडल में कोई गंभीर समस्या है तो उस स्टॉक्स से बाहर निकलना ही बेहतर होता है चाहे इससे नुकसान ही क्यूँ न हो। बफेट खुद भी इस गलती का शिकार हो चुके हैं, जब उनका Dexter Shoes नामक कंपनी में 433 मिलियन डॉलर का निवेश बर्बाद हो गया था। यह उनकी सबसे बड़ी गलतियों में से एक थी और इससे उन्होंने यह सीखा की कंपनी के फंडामेंटल्स को गहराई से समझना बेहद जरूरी होता है।

आज भी बफेट इसी सिद्धांत को अपनाते हैं और निवेशकों को यही सलाह देते हैं की वे किसी भी स्टॉक में निवेश करने से पहले पूरी तरह से जांच पड़ताल करें। उनका मानना है की जोखिम उन लोगों के लिए ज्यादा होता है जो बिना जानकारी के निवेश करते हैं। सही कंपनियों की पहचान करने और समझदारी से निवेश करने से ही बाज़ार में असली सफलता मिलती है।

इस समय, जब अमेरिकी शेयर बाज़ार में गिरावट हो रही है और दुनिया भर के निवेशक परेशान हैं, तब बफेट की सलाह यही है की घबराने की जरूरत नहीं है। इसके बजाय यह देखने की जरूरत है की कौन सी कंपनियां इस गिरावट से उभर सकती हैं और आने वाले समय में बेहतर प्रदर्शन कर सकती हैं। अगर कोई कंपनी मजबूत बुनियाद पर खड़ी है और उसका व्यापार मॉडल प्रभावी है तो बाज़ार में अस्थिरता के बावजूद वह अच्छा प्रदर्शन करेगी। इसीलिए, गिरते बाज़ार को अवसर के रूप में देखते हुए लंबी अवधि के लिए सही कंपनियों में निवेश करना ही निवेशकों के लिए बफेट की सबसे बड़ी राय है।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम अदिति है। मैं एक कंटेंट राइटर हूं। मुझे फाइनेंस जगत से जुड़े विषयों पर ब्लॉग लिखना काफी पसंद है। मेरा उद्देश्य यह है कि सही जानकारी को हिंदी में जल्द से जल्द उपलब्ध कराना है।

Leave a Comment