इस जानी मानी कंपनी ने अपने दिसंबर तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी कर दिए हैं। सबसे अच्छी बात यह है की कंपनी ने 10 वर्षों में पहली बार पॉजिटिव नेटवर्थ दर्ज की है, जो की एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। लेकिन आशचर्य इसका है की इतने अच्छे परिणामों के बावजूद, कंपनी के शेयरों में 8% की भारी गिरावट दर्ज की गई है। लेकिन आखिर ऐसा क्यूँ हुआ? आज हम इस लेख में इस रूचिपूर्ण घटनाक्रम को विस्तार से समझाएंगे ताकि आपको साफ साफ पता चल जाए की इसमें आपको निवेश करना चाहिए या नहीं।
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कंपनी के तिमाही नतीजे
फिलहाल यहाँ हम जिस कंपनी की बात कररहे हैं वो है: स्पाइसजेट। स्पाइसजेट के लिए अक्टूबर-दिसंबर 2024 की तिमाही काफी महत्वपूर्ण रही है। कंपनी ने ₹26 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में कंपनी को ₹300 करोड़ का भारी घाटा हुआ था। इसका मतलब यह है की कंपनी की फ़ाईनेंशियल स्थिति में जबरदस्त सुधार देखने को मिला है। कंपनी की कुल आय में 35% की वृद्धि हुई और यह ₹1,651 करोड़ पर पहुँच गई।
इस सुधार के पीछे कई कारण हैं, जैसे: यात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी, ऑपरेशनल दक्षता में सुधार और लोड फैक्टर के प्रभावशाली स्तर। स्पाइसजेट के पैसेंजर लोड फैक्टर के प्रभावशाली स्तर ने कंपनी की वित्तीय स्थिति को मजबूत किया है। इसका पैसेंजर लोड फैक्टर (PLF) 87% के शानदार स्तर पर रहा।
हालांकि, तिमाही दर तिमाही तुलना करें तो अक्टूबर-दिसंबर 2023 में कंपनी का कुल राजस्व ₹2,149 करोड़ था, जबकि 2024 में यह घटकर ₹1,651 करोड़ रह गया। इस गिरावट ने निवेशकों को चिंतित कर दिया है।
शेयर में गिरावट की वजह
हालांकि, कंपनी के तिमाही नतीजे सकारात्मक रहे हैं, लेकिन शेयर बाज़ार में इसका उल्टा असर पड़ा। 5 दिन की लगातार तेजी के बाद स्पाइसजेट के शेयर 8% लुढ़क गए। इस गिरावट की प्रमुख वजह ब्रोकरेज फर्म Nuvama द्वारा कंपनी के शेयर प्राइस टारगेट को 14% तक घटाया जाना बताया जा रहा है।
ब्रोकरेज फर्म Nuvama ने स्पाइसजेट के वित्तीय डेटा में पारदर्शिता की कमी की ओर इशारा किया है। रिपोर्ट के अनुसार:
- कंपनी की उपलब्ध सीट किलोमीटर (ASKM) में सालाना आधार पर 41% की गिरावट आई है।
- कंपनी के लगभग 30% विमान दूसरी तिमाही में ग्राउन्डेड रहे।
- ₹3,000 करोड़ की फंडिंग का बड़ा हिस्सा बकाया भुगतान और ग्राउन्डेड विमानों को फिर से सेवा में लाने में खर्च किया जाएगा, जिससे रिवाइवल प्रोसेस धीमा हो सकता है।
- अगर अर्थव्यवस्था कमजोर होती है तो कॉर्पोरेट ट्रैवल और टूरिज़्म से जुड़ी फ़्लाइट्स की डिमांड प्रभावित हो सकती है, जिससे कंपनी पर दबाव बढ़ेगा।
ये कुछ प्रमुख वजह रहीं हैं, जिनकी वजह से निवेशकों का भरोसा इसपर से हिला और भारी बिकवाली देखने को मिली।
शेयरधारक खरीदें, बेचें या होल्ड करें?
स्पाइसजेट के शेयरधारकों के लिए यह समय थोड़ी चुनौतीपूर्ण हो सकती है। कंपनी के नतीजे सकारात्मक रहे हैं, लेकिन भविष्य की अनिश्चितताओं के कारण ब्रोकरेज होऊसों की राय मिली-झूली है। उनके अनुसार:
- शॉर्ट-टर्म निवेशकों के लिए: अगर आप शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग कर रहे हैं, तो वॉल्यूम और प्राइस मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए स्टॉप लॉस के साथ ट्रेड करें।
- लॉंग-टर्म निवेशकों के लिए: अगर आप लॉंग-टर्म निवेशक हैं और कंपनी की रिकवरी पर भरोसा रखते हैं तो गिरावट पर खरीदारी करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। हालांकि, आपको कंपनी की भविष्य की रणनीति पर नजर रखनी होगी।
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निष्कर्ष
स्पाइसजेट की तिमाही रिपोर्ट काफी मजबूत रही है और 10 वर्षों में पहली बार कंपनी की नेटवर्थ पॉजिटिव हुई है। लेकिन ब्रोकरेज रिपोर्ट, ग्राउन्डेड विमानों की समस्या और वित्तीय पारदर्शिता की कमी के कारण निवेशकों में संदेह बना हुआ है जिसके चलते स्टॉक में गिरावट आई है। आने वाले महीनों में अगर कंपनी अपने ऑपरेशन्स को मजबूत करती है और पारदर्शिता को बढ़ाती है तो इसका शेयर दोबारा तेजी पकड़ सकता है।
डिसक्लेमर
इस लेख से हमारा उद्देश्य केवल आपको स्पाइसजेट से जुड़ी पूरी जानकारी पहुंचाना है, इसमें निवेश करना न करना पूरी तरह से आपकी जिम्मेदारी है।