अमेरिकी शेयर बाज़ार इस साल अब तक संघर्ष करता नजर आया है, जिसमें S&P 500 इंडेक्स लगभग 5% गिर चुका है। निवेशकों की चिंता बढ़ती जा रही है की राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा लगाए गए टैरिफ के कारण व्यापार युद्ध छिड़ सकता है, जिससे मंदी की आशंका बढ़ रही है। ऐसे में निवेशक सुरक्षित निवेश विकल्पों की तलाश कर रहे हैं, जिनमें डिविडेन्ड स्टॉक्स को सबसे सुरक्षित माना जा रहा है। आइए देखें कौनसा है सबसे सुरक्षित डिविडेन्ड स्टॉक जो हम आपके लिए लेकर आए हैं।
Open Free Demat Account TodayAlso read this: दिग्गज निवेशक की इस चेतावनी ने बदल दिया बाज़ार का रुख!
विशेष रूप से डिविडेन्ड किंग्स उन कंपनियों को कहा जाता है जो लगातार 50 वर्षों तक न केवल डिविडेन्ड का भुगतान करती हैं, बल्कि इसे बढ़ाती भी हैं। ये कंपनियां अपनी वित्तीय स्थिरता और मजबूत व्यवसाय मॉडल के कारण लगातार निवेशकों को अच्छा रिटर्न देने में सक्षम होती हैं।
टारगेट एक ऐसी ही कंपनी है जो अमेरिका की एक प्रमुख खुदरा विक्रेता कंपनी है और कपड़े, घरेलू सामान, इलेक्ट्रॉनिक्स और ग्रॉसरी जैसी वस्तुएं बेचती है। इस कंपनी ने पिछले 53 वर्षों से लगातार डिविडेन्ड में वृद्धि की है और इसे डिविडेन्ड किंग का दर्जा प्राप्त है। वर्तमान में इसका बाज़ार मूल्य 51.7 बिलियन डॉलर है और यह अब तक 19% नीचे आ चुका है, जिससे इसमें निवेश का अच्छा अवसर बन सकता है। टारगेट की स्थापना 1902 में हुई थी और यह पूरे अमेरिका में लगभग 2000 बड़े स्टोर्स का संचालन करता है। वर्ष 2024 में टारगेट ने कुल 106.6 बिलियन डॉलर का राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष के 107.41 बिलियन डॉलर की तुलना में थोड़ा कम था।
समायोजित आय प्रति शेयर 8.86 डॉलर रही, जो साल-दर-साल 0.9% की गिरावट को दर्शाती है। हालांकि, ब्यूटी, खाद्य और पेय पदार्थ, परिधान और आवश्यक वस्तुओं जैसी श्रेणियों में बिक्री में मामूली बढ़ोत्तरी हुई, जबकि कुल ट्रैफिक में 1.4% की वृद्धि हुई, जिससे ग्राहक सहभागिता मजबूत बनी रही। कंपनी ने अपने तिमाही नतीजों के बाद प्रति शेयर 1.12 डॉलर का डिविडेन्ड घोषित किया है, जिसे 1 जून 2025 को वितरित किया जाएगा। यह पिछले वर्ष की तुलना में 1.8% अधिक है और लगातार 53वें वर्ष की डिविडेन्ड वृद्धि को दर्शाता है। वर्तमान में इसका अग्रेषित डिविडेन्ड यील्ड 4.1% है, जो उपभोक्ता श्रेणी के औसत 1.9% की तुलना में काफी अधिक है।
हालांकि, टारगेट को चीन, कनाडा और मैक्सीको से आयात पर लगाए गए टैरिफ के कारण लागत बढ़ने की चिंता है, जिससे उत्पादों की कीमतों पर असर पड़ सकता है। कंपनी के CEO ब्रायन कॉर्नेल ने स्वीकार किया की ग्राहकों को कुछ उत्पादों पर कीमतों में वृद्धि देखने को मिल सकती है। वर्तमान में कंपनी 30% उत्पाद चीन से खरीदती है, जबकि 2017 में यह आंकड़ा 60% था। 2026 के अंत तक इसे 25% से नीचे लाने की योजना है, जिसके लिए कंपनी अन्य देशों के निर्माताओं के साथ साझेदारी कर रही है। कंपनी ने यह भी कहा की गिरते उपभोक्ता खर्च से फरवरी में बिक्री प्रभावित हुई और आर्थिक अनिश्चितता के कारण इस साल बिक्री स्थिर रह सकती है। विश्लेषकों का अनुमान है की वित्त वर्ष 2025 में कंपनी का कुल राजस्व 1% बढ़ सकता है।
हालांकि, आर्थिक मंदी की आशंका के बावजूद, टारगेट अपने विस्तार की योजनाओं को जारी रखे हुए है। CEO ब्रायन कॉर्नेल ने अगले पाँच वर्षों के लिए कंपनी रणनीति प्रस्तुत की, जिसमें 15 बिलियन डॉलर का राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए 2025 तक स्टोर्स, सप्लाई चेन और टेक्नोलॉजी पर 4 से 5 बिलियन डॉलर निवेश किए जाएंगे। इसके साथ ही, कंपनी डिजिटल अनुभव को आधुनिक बनाने के लिए आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग कर रही है। इसके आलावा, सप्लाई चेन संचालन को बेहतर बनाने के लिए नए उपाय किए जा रहे हैं, ताकि उत्पादों की उपलब्धता बेहतर बनी रहे और ग्राहकों को समय पर डिलीवरी मिले।
वॉल स्ट्रीट पर टारगेट स्टॉक को “मॉडरेट बाय” की रेटिंग दी गई है। 33 विश्लेषकों में से 14 ने इसे “स्ट्रॉंग बाय”, 2 ने “मॉडरेट बाय”, 16 ने “होल्ड” और 1 ने “स्ट्रॉंग सेल” की रेटिंग दी है। इसका औसत लक्ष्य मूल्य 139.27 डॉलर है, जो वर्तमान स्तरों से 26% की वृद्धि का संकेत देता है, जबकि उच्चतम लक्ष्य मूल्य 188 डॉलर है, जिससे अगले 12 महीनों में इसमें 71% तक की बढ़त संभव है।
विश्लेषकों का अनुमान है की वित्त वर्ष 2025 में कंपनी की आय में 3.2% और वित्त वर्ष 2026 में 7.6% की वृद्धि हो सकती है। वर्तमान में यह अपने समायोजित अग्रेषित आय के 12 गुना पर कारोबार कर रहा है, जिससे यह अस्थिर बाज़ार में एक आकर्षक निवेश विकल्प बन सकता है। इसके साथ ही, कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति और लगातार बढ़ता डिविडेन्ड इसे निवेशकों के लिए एक सुरक्षित विकल्प बनाता है।