हम सब को पता है की ITC होटल्स को हाल ही में ITC Limited से अलग कर दिया गया था, पर हैरानी की बात तो यह है की 5 फरवरी 2025 को ITC होटल्स का शेयर सेंसेक्स और BSE से बाहर हो गया है। जी हाँ, इसको अब सेंसेक्स और 22 अन्य BSE इंडेक्स से भी हटा दिया गया है। यह फैसला इसलिए लिया गया है क्यूँकी ITC होटल्स का स्टॉक 4 फरवरी को तय सीमा के भीतर लोअर सर्किट तक नहीं पहुँच पाया। इससे पहले इसे अस्थायी रूप से इन इंडेक्स में शामिल किया गया था ताकि निवेशक अपनी पोर्ट्फोलीओ रीबैलेनसिंग कर सकें। आइए इसकी पूरी जानकारी इस लेख से निकालें और देखें की इस कदम से ITC Hotels और शेयर बाज़ार पर क्या असर पड़ा है।
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ITC होटल्स का शेयर बाहर: स्टॉक प्रदर्शन
जबसे ITC होटल्स का शेयर सेंसेक्स और BSE से बाहर हुआ है तबसे इसके शेयर में गिरावट देखने को मिली और यह 4.16% नीचे गिरकर ₹164.65 पर बंद हुआ। इस फैसले के चलते इंडेक्स ट्रैकर्स ने लगभग ₹400 करोड़ के शेयर बेचे। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की जब इसे NSE निफ्टी 50 से हटाया जाएगा, तब इसमें और ₹700 करोड़ की बिकवाली होने की संभावना बनी हुई है।
ITC होटल्स का शेयर बाहर: IPO के बाद शेयरों का प्रदर्शन
ITC होटल्स को 29 जनवरी 2025 को भारतीय स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट किया गया था। यह शेयर BSE पर ₹188 और NSE पर ₹180 के शुरुवाती मूल्य पर लिस्ट हुआ, लेकिन यह इसके खोजी मूल्य ₹260 (NSE) और ₹270 (BSE) से काफी कम था। लिस्टिंग के बाद से कंपनी का बाज़ार पूंजीकरण ₹39,000 करोड़ से घटकर ₹34,266 करोड़ रह गया है।
ITC होटल्स का शेयर बाहर: कंपनी का डीमर्जर
ITC होटल्स, ITC Limited से अलग होने के बाद स्वतंत्र रूप से कारोबार कर रही है। डीमर्जर के तहत ITC लिमिटेड के प्रत्येक 10 शेयर के बदले में 1 ITC Hotel का शेयर दिया गया है। ITC Limited अब भी ITC होटल्स में 40% की हिस्सेदारी रखता है, जबकि बाकी 60% हिस्सेदारी शेयरधारकों को दी गई है।
ITC होटल्स का शेयर सेंसेक्स और BSE से बाहर होने पर बाज़ार के बदलाव
- विश्लेषकों के अनुसार, ITC होटल्स का शेयर बाहर होने से इसे लंबी अवधि में लाभ मिल सकता है क्यूँकी इसकी संचालन क्षमता मजबूत है।
- कंपनी का औसत रिटर्न रेट (ARR) वित्त वर्ष 2019 में ₹7,900 से बढ़कर वित्त वर्ष 2024 में ₹12,000 हो गया है, जो 8.7% की वार्षिक वृद्धि दर दर्शाता है।
- इसी तरह, प्रति उपलब्ध कमरे की राजस्व (RevPAR) ₹5,200 से बढ़कर ₹8,200 हो गई है, जो 9.5% की वृद्धि दर को दर्शाता है।
- ITC Hotels के पास फिलहाल 140 होटल और लगभग 13,000 कमरे हैं, और कंपनी 2030 तक इसे बढ़ाकर 200+ होटलों और 18,000+ कमरों तक ले जाना चाहती है।
- इसका लगभग 35% पोर्ट्फोलीओ कंपनी के स्वामित्व में है, जबकि बाकी फ्रेंचाईजी या मैनेजमेंट मॉडल पर चल रहे हैं।
निवेशकों के लिए आगे क्या?
हालांकि, स्टॉक में अस्थिरता रह सकती है, लेकिन विश्लेषकों का मानना है की ITC होटल्स की लंबी अवधि की संभावनाएं मजबूत बनी रहेंगी। ब्रांड ITC के समर्थन और बेहतर संचालन क्षमता के कारण निवेशकों को भविष्य में बेहतर रिटर्न मिलने की संभावना है। अब देखना यह है की क्या ITC होटल्स के सेंसेक्स से हटने का असर निवेशकों पर पड़ेगा? क्या यह शेयर अब भी एक मजबूत निवेश विकल्प बना रहेगा? अपने विचार हमें कमेन्ट बॉक्स में ज़रूर बताएं।
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Conclusion
तो इस तरह हमने ITC होटल्स का पूरा इतिहास नापा और देखा की कैसे ITC होटल्स का शेयर सेंसेक्स और BSE से बाहर कर दिए गए हैं। हमने शेयर बाज़ार में इन शेयरों के प्रदर्शन की बात करी और इसी के साथ सबसे महत्वपूर्ण चीज जो हमने यहाँ देखी वह थी बाज़ार में होने वाले बदलाव और निवेशकों की आगे की स्थिति। आशा है की आपको इन सब से फायदा होगा, इस लेख के उप्पर अपने विचार हमें कमेन्ट बॉक्स में ज़रूर बताएं।
Disclaimer
इस पोस्ट से हमारा उद्देश्य केवल आपको ITC होटल्स का शेयर सेंसेक्स और BSE से बाहर होने से जुड़ी हुई जानकारी देना है। क्यूंकी हम कोई सेबि अप्रूव्ड पंजीकृत साइट नहीं हैं इसीलिए हमारी सलाह के बाद, आपका अपने निवेश की सारी जानकारी को समझना बहुत जरूरी है, केवल उसी के बाद निवेश करें क्यूंकी अपने निवेश के ज़िम्मेदार आप पूरी तरह से खुद होंगे।