रिलायंस की इस कंपनी के शेयरों में चार दिन की चाँदनी तो देखने को मिली लेकिन फिर घोर अंधेरा छा गया। जी हाँ, निवेशकों ने इस कंपनी से कुछ खास उम्मीदें लगाईं थीं लेकिन इसका उनपर पूरी तरह खरा प्रदर्शन नहीं देखा गया है। हम आपको इस मुद्दे की पूरी जानकारी देंगे और बताएंगे की क्यूँ कंपनी में गिरावट आई, साथ ही ये भी सूचित करेंगे की आपको इस कंपनी में निवेश करना चाहिए या फिर नहीं।
Open Free Demat Account TodayAlso read this: ये दिग्गज निवेशक बोले आसमान छुएगा टाटा का ये स्टॉक!
अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में तीन दिन की लगातार तेजी के बाद सोमवार को गिरावट देखने को मिली, जब कंपनी ने अपनी सहायक कंपनी रिलायंस वेलोसिटी लिमिटेड के साथ विलय की घोषणा की। यह शेयर लगभग 2% गिरकर 235 रुपए के दिन के निचले स्तर तक पहुँच गया।
कंपनी ने 8 मार्च को अपनी बोर्ड बैठक में इस विलय को मंजूरी दी थी, जो अब नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की स्वीकृति के अधीन है। रिलायंस वेलोसिटी परिवहन प्रणालियों और संबंधित बुनियादी ढांचे की सहायता सेवाएं प्रदान करती है और इस विलय से समूह की संरचना को सुव्यवस्थित करने और परिचालन क्षमता में सुधार करने में मदद मिलेगी। हालांकि, इस सौदे से रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरहोल्डिंग पैटर्न में कोई बदलाव नहीं होगा।
शेयर बाज़ार में सोमवार को यह स्टॉक उच्च स्तर पर खुला लेकिन जल्द ही गिरावट के साथ बंद हुआ। बीते तीन सत्रों में इसने 15% की वृद्धि दर्ज की थी, लेकिन इस गिरावट के बावजूद यह पिछले एक साल में 7% और छह महीनों में 12% बढ़ा हुआ है। इसके पहले, कंपनी ने 4 मार्च को जम्मू और कश्मीर बैंक के साथ 90.50 करोड़ रुपए के ऋण के निपटारे के लिए एकमुश्त समझौते की घोषणा की थी, जिससे इस स्टॉक में तेजी आई थी।
जब हम बात करते हैं की आपको ये स्टॉक खरीदना चाहिए या फिर नहीं, तो इसके लिए: तकनीकी विश्लेषण के अनुसार, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों की स्थिति सकारात्मक बनी हुई है। विशेषज्ञों का मानना है की यह स्टॉक 220 से 260 रुपए के दायरे में कारोबार कर रहा है, और यदि यह 260 रुपए के स्तर को पार करता है, तो जल्द ही 280 रुपए तक पहुँच सकता है। निवेशकों को 220 रुपए का स्टॉप लॉस बनाए रखने की सलाह दी गई है। हालांकि, बाज़ार में उतार-चढ़ाव को देखते हुए किसी भी निवेश से पहले विशेषज्ञों की राय लेना आवश्यक है।