भारतीय शेयर बाज़ार में इस कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई है। लगातार तीसरे दिन भी कंपनी के शेयर 10% की गिरावट के साथ ट्रेड कर रहे हैं, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है। पिछले तीन दिनों में यह स्टॉक लगभग 33% टूट चुका है और एक महीने में इसमें कुल 58% की गिरावट देखी गई है। जिस कंपनी की हम बात कर रहे हैं वो और कोई नहीं बल्कि Zen Technologies है। आइए देखें की इसमें इतनी भारी गिरावट क्यूँ हो रही है, और क्या यह गिरावट दीर्घकालिक है या सिर्फ कुछ ही दिनों की है।
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क्यूँ गिर रहे हैं कंपनी के इतने शेयर?
Zen Technologies जो डिफेंस सिमुलेशन और एंटी-ड्रोन टेक्नोलॉजी में विशेषज्ञता रखती है इसने हाल ही में अपने तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम जारी किए हैं, जो निवेशकों की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। कंपनी ने दिसंबर 2024 की तिमाही में ₹38.62 करोड़ का शुद्ध लाभ (Net Profit) दर्ज किया था, जो सालाना आधार पर 22% अधिक था। लेकिन तिमाही-दर-तिमाही तुलना में कंपनी का नेट प्रॉफ़िट 40.8% घट गया। इससे निवेशकों में भविष्य की ग्रोथ को लेकर असमंजस बढ़ गया है। और इस कंपनी के शेयरों को लेकर दुविधा पैदा हो गई है।
बाज़ार में निवेशकों की प्रतिक्रिया
कंपनी के कमजोर नतीजों के बाद निवेशकों में घबराहट देखी गई है। बीते कुछ दिनों में इस स्टॉक में भारी बिकवाली हो रही है, जिस कारण Zen Technologies के शेयर ₹971.50 तक गिर गए। NSE और BSE पर 3.2 लाख से अधिक शेयरों की बिकवाली लंबित रही, जिससे साफ है की अभी बाज़ार में इस स्टॉक के खरीददारों की कमी बनी हुई है।
ब्रोकरेज फर्मस का विश्लेषण और टिप्पणी
ब्रोकरेज फर्म Motilal Oswal Financial Services के मुताबिक, Zen Technologies के शेयरों की गिरावट के पीछे कई कारण हैं, जैसे:
ग्रोथ की अस्पष्टता: कंपनी के ऑर्डर इनफ़्लो और एकुईजिशन प्लानस को लेकर निवेशकों के मन में शंका बनी हुई है। साथ ही एक और मुद्दा यह भी है की कंपनी ने Q3FY25 में उम्मीद से कम ऑर्डर प्राप्त किए जिससे आने वाली तिमाहियों में ग्रोथ को लेकर अनिश्चितता बढ़ गई है।
कमजोर तिमाही प्रदर्शन: Zen Technologies की EBITDA मार्जिन Q3FY24 में 47.34% थी जो Q3FY25 में गिरकर 35.90% रह गई। कंपनी की Q3FY25 आय भी ₹141.52 करोड़ थी जो सालाना आधार पर 44% अधिक थी, लेकिन निवेशकों की उम्मीदों से कम थी।
रक्षा क्षेत्र में सुस्ती: भारतीय रक्षा क्षेत्र में सिमुलेटर टेक्नोलॉजी के ऑर्डर धीमे पड़ रहे हैं, इससे Zen Technologies जैसी कंपनियों के ऑर्डर बुक और राजस्व पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
क्या शेयरों में और गिरावट आ सकती है?
Zen Technologies ने अपने निवेशकों को आश्वस्त किया है की कंपनी वित्त वर्ष 2025 के लिए ₹900 करोड़ की राजस्व गाइडेंस पर कायम है। कंपनी का कहना है की Q4FY25 और FY26 में ₹800 करोड़ के नए ऑर्डर मिलने की उम्मीद है, जिससे भविष्य की ग्रोथ में सुधार आ सकता है।
हालांकि, ब्रोकरेज फर्म Motilal Oswal का मानना है की:
- FY25/26/27 के लिए कंपनी की अनुमानित आय में 4% से 25% तक की कटौती की जा सकती है।
- स्टॉक का वैल्यूएशन पहले ग्रोथ के आधार पर ज़्यादा था, लेकिन अब निवेशकों का नजरिया बदल सकता है।
- अगर नए ऑर्डर में देरी होती है तो स्टॉक में और गिरावट आ सकती है।
निवेशकों के लिए खास टिप
विशेषज्ञों के अनुसार, जो निवेशक लॉंग-टर्म ग्रोथ में भरोसा रखते हैं, उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। लेकिन जिन निवेशकों ने स्टॉक में शॉर्ट-टर्म के लिए पैसा लगाया था, उन्हें सतर्क रहना चाहिए। Zen Technologies ने हाल ही में Applied Research International Private Limited (ARIPL) का अधिग्रहण किया है, जिससे नौसैनिक (Naval) सिमुलेटर टेक्नोलॉजी में कंपनी की पकड़ मजबूत हो सकती है। इसके अलावा, कंपनी नए एयर-आधारित सिमुलेशन सोल्यूशन्स के लिए कई साझेदारियाँ कर रही है।
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निष्कर्ष
Zen Technologies का स्टॉक इस समय भारी दबाव में है, लेकिन कंपनी में दीर्घकालिक दृष्टिकोण को लेकर अभी भी स्कारात्मकता बनी हुई है। अगर कंपनी अपनी ऑर्डर बुक को तेजी से बढ़ा पाती है और वित्तीय प्रदर्शन सुधारती है, तो स्टॉक में रिकवरी संभव है। हालांकि, शॉर्ट-टर्म निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है, क्यूँकी कमजोर तिमाही नतीजों के बाद बाज़ार की प्रतिक्रिया नकारात्मक रही है।
डिसक्लेमर
हमारा उद्देश्य केवल आपको Zen Technologies से जुड़ी हुई जानकारी देना था, इसमें निवेश करना न करना पोरी तरह से आपका फैसला है।