सोमवार 27 जनवरी 2025 को भारतीय शेयर बाज़ार में Stock Market Crash दर्ज किया गया है। BSE सेंसेक्स 842.5 अंकों की गिरावट के साथ 75,348 के स्तर पर आ गया, जबकि NSE निफ्टी 265.4 अंकों की गिरावट के साथ 22,826.8 पर बंद हुआ। बड़ी कंपनियों जैसे Power Grid, Tata Motors, zomato, Indusind Bank, HCL Tech, TCS और Relaince Industries के शेयरों में 1% से 3.6% तक गिरावट आई। आइए देखें की इस भारी गिरावट के पीछे क्या वजह है ताकि भविष्य में आप इनसे बच सकें।
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Negative Impact of Sensex Today
आज के सेंसेक्स में आई बड़ी गिरावट से मिडकैप और स्मॉलकैप कंपनियों को और भी अधिक नुकसान हुआ है।
- निफ्टी मिडकैप इंडेक्स 2.7% और स्मॉलकैप इंडेक्स 4% की गिरावट के साथ बंद हुए।
- 3300 से अधिक शेयरों में गिरावट देखि गई, जबकि सिर्फ 490 शेयरों में ही बढ़त दर्ज की गई।
- BSE में लिस्टिड सभी कंपनियों का कुल बाज़ार पूंजीकरण 411.3 लाख करोड़ रुपए पर आ गया, जो पिछले सत्र में 419.5 लाख करोड़ रुपए था।
Major reasons of this Stock Market Crash
भारतीय शेयर बाज़ार में आई इस बड़ी गिरावट के कुछ मुख्य कारण यह हैं:
1-विदेशी निवेशकों की बिकवाली और रुपए में गिरावट
विदेशी पोर्ट्फोलीओ निवेशकों (FPIs) ने जनवरी में अब तक भारतीय शेयर बाज़ार से 64,156 करोड़ रुपए की निकासी की है। और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपए की कीमत 86.44 तक गिर गई, जिससे भारतीय संपत्तियां विदेशी निवेशकों के लिए महंगी हो गईं।
2-कमजोर Q3 परिणाम
सबसे ज्यादा गौर करने वाली चीज़ यह है की भारतीय कंपनियों की दिसंबर तिमाही के परिणाम उम्मीद से कमजोर रहें हैं। कई क्षेत्रों में सुधार की गति धीमी रही, जिससे निवेशकों का विश्वास कमजोर हुआ। और इससे शेयर बाज़ार में भारी गिरावट आई।
3-यूनियन बजट 2025 को लेकर चिंता
1 फरवरी 2025 को पेश होने वाले यूनियन बजट से पहले निवेशक सतर्क हैं। बजट में सीमित वित्तीय संसाधन होने के कारण बड़े आर्थिक सुधारों की संभावना कम मानी जा रही है। निवेशक वित्तीय घाटे, बुनियादी ढांचे पर खर्च और उद्योग-विशिष्ट प्रोत्साहनों की उम्मीद कर रहे हैं।
4-अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियाँ
28 और 29 जनवरी को होने वाली अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले बाज़ार में अनिश्चितता बनी हुई है। बाज़ार विश्लेषकों का मानना यह भी है की ब्याज दरों में कटौती का सिलसिला समाप्त हो सकता है।
5- डोनाल्ड ट्रम्प की टैरिफ नीति
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की कड़ी टैरिफ नीतियों ने वैश्विक बाजारों में चिंता बढ़ा दी है। कोलम्बिया, कनाडा और मैक्सिको पर टैरिफ बढ़ाने की धमकियों से निवेशकों का विश्वास कमजोर हुआ है।
Stock Market Crash: Impact on Technical Fields
चीन की नई AI कंपनी DeepSeek ने हाल ही में एक फ्री और ओपन-सोर्स मॉडल लॉन्च किया है, जो मौजूदा तकनीकी दिग्गजों के लिए प्रतिस्पर्धा पैदा कर रहा है। इस खबर से सेमीकंडक्टर और चिपसेट कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट आई है।
भारत की बात करें तो यहाँ Nifty IT Index 2% तक गिरा, जिसमें प्रमुख कंपनियां जैसे TCS, HCL और Tech Mahindra शामिल हैं।
Future Possibilities: Sensex Today Report
विशेषज्ञों के अनुसार, इस Stock Market Crash के बाद, निफ्टी 22,682 के स्तर तक गिर सकता है, जबकि बाज़ार में उतार-चढ़ाव जारी रहने की संभावना है। हालांकि, लंबी अवधि के निवेशकों को सावधानीपूर्वक कदम उठाने की सलाह दी जा रही है। और जैसा की हम देख रहे हैं की भारतीय शेयर बाज़ार में अब ऐसी गिरावटें लगातार हो रहीं हैं इसीलिए हमने जो कारण इस लेख में दिए हैं उनपर विशेष केंद्र रख निवेशकों को ध्यान देने की जरूरत है।
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Disclaimer
इस पोस्ट को हमने केवल इसीलिए बनाया है ताकि निवेशकों को बाज़ार की वर्तमान स्थिति समझने और सूझबूझ से निर्णय लेने में मदद मिले, हमारा उद्देश्य केवल आपको Stock Market Crash से जुड़ी हुई जानकारी देना है। क्यूंकी हम कोई सेबि अप्रूव्ड पंजीकृत साइट नहीं हैं इसीलिए हमारी सलाह के बाद, आपका अपने निवेश की सारी जानकारी को समझना बहुत जरूरी है, केवल उसी के बाद निवेश करें क्यूंकी अपने निवेश के ज़िम्मेदार आप पूरी तरह से खुद होंगे।
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