$265 मिलियन का फ्रॉड? अदानी की जुबानी! 1 हफ्ते में $55 बिलियन का नुकसान! सच आ गया है सामने!

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$265 मिलियन का फ्रॉड: हमें पता है की आप भी बेचैन होंगे ये जानने के लिए की आखिर अदानी का सच है क्या? क्या है पूरी कहानी और क्या है पूरा मांजरा? तो आपको इस लेख में हम आज बताएंगे की आखिर ये सारी वारदात कहाँ से शुरू हुई और अंत में इसका क्या फैसला आया। आपको बताएंगे की इस सब का अदानी के स्टॉक्स पर क्या प्रभाव पड़ा और अंत में ये भी बताएंगे की असल में सच है क्या वो भी अदानी की जुबानी।

$265 मिलियन का फ्रॉड: पूरी घटना की जानकारी:

US प्रोसेक्यूटर्स ने भारतीय बिल्लीनेयर गौतम अदानी, उनके भतीजे सागर अदानी और एम.डी एण्ड सि.ई.ओ के साथ चार साथियों के खिलाफ फ्रॉड और रिश्वत के मामले में 20 नवंबर 2024 को चार्ज जारी किया है, इस चार्ज के तहत गौतम अदानी ने भारत के रेनेवेबल एनर्जी प्रोजेक्ट के अंदर घपला किया है। इनडिक्टमेंट के मुताबिक प्रोसेक्यूटर्स ने ये दावा किया है की अदानी, साथी और उनके कुछ सीनियर एक्सेक्यूटिव ऑफिसर्स ने अपनी रेनेवेबल एनर्जी कंपनी के लिए इंडियन ऑफ़िशियल्स को कान्ट्रैक्ट जीतने के लिए पेमेंट करने की अग्रीमन्ट की थी, जिससे अगले 20 सालों में अदानी ग्रुप को $2 बिलियन से ज़्यादा प्रॉफ़िट कमाने की उम्मीद थी।

अथोरिटिस का कहना है की अदानी और उनके साथ बाकी डिफेनडेंट ने इंडियन ऑफ़िशियल्स को कान्ट्रैक्ट को सिक्युर करने के लिए लगभग $265 मिलियन की रिश्वत देने की डील की थी। उस समय अदानी ग्रुप ने इन चार्जेस को ‘बसलेस’ बताया और कहा है की वो सभी पॉसिबल लीगल रिसोर्स लाने की कोशिश करेंगे। लेकिन, इन सब के बावजूद भी सबसे बड़ा नुकसान अदानी को ये हुआ की इन खबरों के बाद उनके स्टॉक प्राइस तेजी से नीचे गिरे और साथ ही ये हुआ की इसके बाद कई देशों ने अदानी ग्रुप के साथ अपनी डील्स को दोबारा रिव्यू या कैन्सल करना भी शुरू कर दिया।

यहाँ तक की अफ्रीका के केन्या ने अदानी के साथ अपने मेजर प्रोजेक्ट्स को एलीगेशन की वजह से कैन्सल कर दिया है और टोटल-एनेरजीस ने अदानी रिलेटेड वेंचर्स में नए ईन्वेस्ट्मेंट्स को रोक दिया है।

एक बहुत बड़ी खबर ये भी आ रही है की इन फलोड रेपोर्टिंग और लीगल प्रोसीडिंग्स की वजह से अदानी ग्रुप के इंटरनेशनल प्रोजेक्ट्स कैन्सल होने के साथ 11 लिस्टिड कंपनियों में $55 बिलियन की मार्केट कैपिटलाईज़ेशन का नुकसान भी देखने को मिला है।

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$265 मिलियन का फ्रॉड: आदनी की जुबानी:

अब देखते हैं की इन सब के बाद गौतम अदानी का इसपर क्या कहना है? तो अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) ने 27 नवंबर को एक स्टेटमेंट में कहा की DoJ इनडिक्टमेंट में अदानी के किसी भी एक्सेक्यूटिव को रिश्वत के लिए चार्ज नहीं किया गया है। अदानी ग्रुप ने US डिपार्ट्मेन्ट ऑफ जस्टिस DoJ और US सेक्यूरिटीस एण्ड एक्सचेंज कमीशन (SEC) द्वारा गौतम अदानी, उनके भतीजे सागर अदानी और AGEL के एम.डी एण्ड सि.ई.ओ विनीत जाईं पर लगाए रिश्वत के आरोपों को बिल्कुल गलत बताया है। स्टॉक एक्सचेंज में फिलिंग के ज़रिए AGEL ने मीडिया रेपोर्ट्स को स्ट्रॉनगली रेफ्यूज किया जो एक्सेक्यूटिव के US फोरिन करप्ट प्रेक्टिस ऐक्ट (FCPA) वायोलेशन में शामिल होने का दावा करते हैं।

कंपनी ने कहा मीडिया रेपोर्ट्स जो मिस्टर गौतम अदानी मिस्टर सागर अदानी और मिस्टर विनीत जाईं के FCPA वायोलेशन के चार्जेस का दावा करते हैं वो सरासर गलत हैं। AGEL के स्टेट्मेन्ट के मुताबिक DoJ इनडिक्टमेंट इन तीनों ऑफ़िशियल्स को रिश्वत के लिए इन्क्लूड नहीं करता। रिश्वत के चार्जेस अजूरे पावर के एक्सेक्यूटिव और उनके लारजेस्ट शेयर-होल्डर जो की एक कनाडियन इन्वेस्टर हैं, उनके खिलाफ है, जैसे रंजीत गुप्ता और सायरिल केबेन्स।

अदानी के सी.एफ.ओ का बयान:

ग्रुप के सी.एफ़.ओ जुगेशिंदर रॉबि सिंह ने कहा ‘सच सामने आएगा, हम एक अप-हिल बैटल लड़ रहे हैं जहां वैल फन्डिड झूट और इररेसपॉनसीबल रेपोर्टिंग के अगेन्स्ट काम करना पड़ रहा है। मगर सच ज़रूर सामने आएगा’।

फॉर्मर एटटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी का बयान:

सीनियर लॉयर मुकुल रोहतगी जो अदानी ग्रुप को रिप्रेसेंट करते हैं उनका कहना है उस इनडिक्टमेंट के वाइटल काउंट्स में गौतम अदानी या सागर अदानी का नाम नहीं है। चार्ज शीट में नहीं बताया गया की किस ऑफिशियल को रिश्वत दी गई है और कैसे दी गई। अदानी ग्रुप लीगल अड्वाइस ज़रूर लेगा।

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संगठित निष्कर्ष: $265 मिलियन का फ्रॉड

ऊपर दी गई सारी जानकारी से अगर हम एक निष्कर्ष पे आएं तो इस हिसाब से अदानी के एक्सेक्यूटिव पर रिश्वत के कोई चारजेस नहीं हैं लेकिन सेक्यूरिटीस फ्रॉड और वायर फ्रॉड कन्स्पिरसी के तीन काउंट्स में उनका नाम है। ये चार्जेस रिश्वत से अलग हैं और FCPA से नहीं जुड़े हैं।

DoJ इनडिक्टमेंट में अदानी एक्सेक्यूटिव के इंडियन गवर्नमेंट ऑफ़िशियल्स को रिश्वत देने के कोई डायरेक्ट सबूत नहीं है। ये इल्जाम वादों या डिसकशन पर निर्धारित हैं। क्यूंकी असल पेमेंट्स का कान्फर्मैशन अभी तक नहीं आया है।





नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम अदिति है। मैं एक कंटेंट राइटर हूं। मुझे फाइनेंस जगत से जुड़े विषयों पर ब्लॉग लिखना काफी पसंद है। मेरा उद्देश्य यह है कि सही जानकारी को हिंदी में जल्द से जल्द उपलब्ध कराना है।

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