अडानी विल्मर लिमिटेड के प्रमोटर अडानी कमोडिटीज़ एलएलपी ने 10 जनवरी 2025 से अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए ऑफर फॉर सेल (OFS) शुरू किया है। Adani Wilmar OFS का उद्देश्य कंपनी में न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता के मानदंडों को पूरा करना और प्रमोटर समूह के लिए तरलता बढ़ाना है। यह ऑफर 13.5% हिस्सेदारी के बेस प्राइस के साथ शुरू हुआ, जिसमें 6.5% अतिरिक्त हिस्सेदारी की ओवरसब्स्क्रिप्शन ऑप्शन का प्रावधान भी है। आज हम इस लेख के ज़रिए Adani Wilmar OFS की सारी जानकारी आपके सामने रखेंगे।
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Share status in Adani Wilmar OFS
Adani Wilmar Offer for Sale का प्राइस 275 रुपए प्रति शेयर तय किया गया है, जो पिछले बंद भाव 323.95 रुपए प्रति शेयर से पूरे 15% कम है। इस घोषणा के बाद अडानी विल्मर के शेयर बाज़ार में 9% तक गिरकर 294 रुपए प्रति शेयर तक आ गए हैं। यह गिरावट निवेशकों के बीच OFS के प्रभाव को दर्शाती है।
Key Provisions of Adani Wilmar OFS
Adani Wilmar OFS सेल में नॉन रिटेल निवेशकों को 10 जनवरी से बोली लगाने का अवसर दिया गया, जबकि रिटेल निवेशकों को 13 जनवरी से बोली लगाने का मौका दिया जाएगा। नॉन-रिटेल निवेशकों को यह विकल्प भी दिया गया की वे रिटेल कैटेगरी के लिए आवंटित लेकिन अधूरे शेयरों पर अपनी बोली आगे बढ़ा सकते हैं।
इस OFS में 175.4 मिलियन शेयरों (13.5%) की बिक्री की जाएगी और यदि ओवरसब्स्क्रिप्शन ऑप्शन का उपयोग किया जाता है, तो यह अतिरिक्त 84.4 मिलियन शेयर (6.5%) बेचे जाएंगे। कुल मिलाकर, यह बिक्री 20% हिस्सेदारी की होगी।
Adani Wilmar OFS Future plans
इससे पहले अडानी इंटरप्राइजेज ने घोषणा की थी की वह अडानी विल्मर में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचकर बाहर निकलेगी। विल्मर इंटरनेशनल, जो अडानी विल्मर का साझेदार है, 31% हिस्सेदारी खरीदेगा, जबकि अदानी इंटरप्राइसेस अपने हिस्से की 13% हिस्सेदारी को OFS के माध्यम से बेचेगा। इस सौदे से अडानी इंटरप्राइसेस को लहभग 2.2 बिलियन डॉलर प्राप्त होने की उम्मीद है, जिससे समूह अपने कोर इंफ्रास्ट्रक्चर प्लेटफॉर्म में निवेश करेगा।
OFS effect on Adani Wilmar
अडानी विल्मर, अडानी समूह का प्रमुख FMCG व्यवसाय है, जो “Fortune” ब्रांड के तहत कुकिंग ऑयल, आटा, चावल, चीनी और डाल जैसे उत्पादों का निर्माण और वितरण करता है। कंपनी ने हाल ही में कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोत्तरी के बावजूद 6% वार्षिक मात्रा वृद्धि और 33% वार्षिक राजसाव भी वृद्धि दर्ज की।
Cons and Pro for Investors
इस Adani Wilmar OFS के माध्यम से अडानी विल्मर में निवेश करने वाले निवेशकों को फ्लोर प्राइस पर शेयर खरीदने का मौका मिलेगा, जो मौजूदा बाज़ार मूल्य से 15% कम है। हालांकि, शेयरों की कीमत में हालिया गिरावट से निवेशकों के मन में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
Adani Wilmar OFS effect on Indian Stock Market
अडानी विल्मर के इस कदम से कंपनी की सार्वजनिक शेयरधारिता बढ़ेगी, जो की SEBI के नियमों का पालन सुनश्चित करने के लिए जरूरी है। साथ ही, अडानी इंटरप्राइसेस को मिलने वाली धनराशि समूह के वित्तीय ढांचे को मजबूट करने और अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं में निवेश करने में मदद करेगी।
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Conclusion:
Adani Wilmar Offer for Sale न केवल प्रमोटर समूह की हिस्सेदारी घटाने का प्रयास है, बल्कि इससे कंपनी को दीर्घकालिक विकास और निवेश के लिए बेहतर संभावनाएं मिलेंगी। हालांकि, शेयर बाज़ार में गिरावट के साथ-साथ निवेशकों के लिए इस OFS में भाग लेने का निर्णय लाभ और जोखिम के संतुलन पर निर्भर करेगा। इस घटना का प्रभाव न केवल अडानी विल्मर बल्कि पूरे FMCG और शेयर बाज़ार क्षेत्र पर भी देखा जाएगा।
Disclaimer:
इस पोस्ट के जरिए हमारा उद्देश्य केवल आपको Adani Wilmar OFS से जुड़ी हुई जानकारी देना है। क्यूंकी हम कोई सेबि अप्रूव्ड पंजीकृत साइट नहीं हैं इसीलिए हमारी सलाह के बाद, आपका अपने निवेश की सारी जानकारी को समझना बहुत जरूरी है, केवल उसी के बाद निवेश करें क्यूंकी अपने निवेश के ज़िम्मेदार आप पूरी तरह से खुद होंगे।
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