GDP Slowdown Q2 FY25: कौनसे सेक्टर में निवेश करें? और कौनसे सेक्टर से दूरी बनाएं? 2024

WhatsApp Group

Join Now

Telegram Channel

Join Now

GDP slowdown Q2 FY25: हाल ही में भारत की GDP रिपोर्ट Q2 FY25 में भारत ने पूरे 5.4% तक का डाउन फॉल दिखाया है, जो की पिछले 2 सालों में सबसे कम है। पर क्या है इन सब के कारण? कौनसे सेक्टर हैं जिन्होंने कमी दिखाई है, और कौनसे हैं जिनमें बढ़ोत्तरी देखी गई है? अब आप को किन सेक्टरों में निवेश करने चाहिए और किन सेक्टरों से अपने स्टॉक्स को हटा देना चाहिए? आइए जानें ये सब हम आज के इस लेख में, और अगर आप एक निवेशक हैं तो आपके लिए अंत में कुछ महटवपूर्ण टिप्स भी दी गई है।

GDP Slowdown Q2 FY25:

भारत की GDP रिपोर्ट Q2 FY25 में जहां भारत ने पूरे 5.4% तक की कमी दिखाई है वहीं पिछले साल भारत की अर्थव्यवस्था में पूरे 8.1% तक की बढ़ोत्तरी देखी गई थी। इस साल का GDP पूरे 2 सालों में सबसे कम दिखाया गया है। दो सालों में बढ़ोत्तरी की जगह गिरावट देखना एक बहुत ही निराशाजनक बात है, लेकिन क्या है इस डाउनफल के कारण? कहा जा रहा है की इन सब के कारण हैं ग्लोबल अंसरटेनिटि और इन्टर्नल सेक्टर प्रॉब्लम जैसे मेन्यूफेकचरिंग सेक्टर और माइनिंग सेक्टर की कमज़ोर हालत।

Open Free Demat Account Today

GDP क्यूँ जरूरी है?

GDP किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का एक मेजर इन्डिकेटर होता है, यानि ये अर्थव्यवस्था को दर्शाता है। अगर GDP बढ़ी हुई होती है तो इसका मतलब होता है की अर्थव्यवस्था अच्छी चल रही है जैसे नौकरियों में बढ़ोत्तरी, बिसनेस में बढ़ोत्तरी आदि। वहीं अगर ये घटी हुई होती है तब इसका अर्थ होता है की अर्थव्यवस्था नकारात्मक दिशा में जा रही है।

GDP Slowdown Q2 FY25 reasons:

भारत के इस कॉर्टर की GDP गिरने के कुछ बड़े कारण बताए जा रहे हैं जो की हैं, कुछ इन्टर्नल सेक्टरों में गिरावट जैसे:

मेन्यूफेकचरिंग सेक्टर :

  • इस कॉर्टर में मेन्यूफेकचरिंग सेक्टर में सिर्फ 2.2% की ग्रोथ देखी गई है, जो की पिछले साल पूरे 14.3% थी।
  • इसका PMI 56.5 पे आ गया है जो की पिछले 11 महीने में सबसे कम है। ये 57.5 से नीचे गया था जो की अक्टूबर का था।
  • मेन्यूफेकचरिंग सेक्टर में गिरावट का सबसे बड़ा कारण था इंफलेशन और साथ ही रॉ-मटीरीअल के दाम बढ़ना जैसे केमिकल्स, कॉटन और रबर। ऐसा इसीलिए हुआ क्यूंकी इनमें इंफलेशन का असर गूडस् में भी देखने को मिला।
  • लेकिन इन सब के बावजूद भी इस सेक्टर के एक्सपोर्ट ऑर्डर में ग्रोथ हुई और इसमें जॉब क्रीऐशन भी काफी मजबूत रही।
  • गिरावट के बाद भी इस सेक्टर का बिसनेस ऑप्टिमिज़म बराबर है क्यूंकी इसकी अंतर्राष्ट्रीय डिमांड मजबूत हैं, इसीलिए 2025 में इसके बढ़ने के काफी चांसेस देखें जा सकते हैं।

माइनिंग और कुएरिंग सेक्टर:

  • जब बात माइनिंग और कुएरिंग सेक्टर की आती है तो इसमें भी पूरे 0.1% तक की गिरावट देखी गई जबकि पिछले साल इसमें 11.1% तक की बढ़ोत्तरी देखी गई थी।
  • माइनिंग और कुएरिंग सेक्टर की इस गिरावट का ज़िम्मेदार भारी बारिश को बताया जा रहा है।

अन्य फेकटर:

  • नेट टेक्सेस में इस बार सिर्फ 2.7% तक की बढ़ोत्तरी देखी गई जो की पिछले साल पूरे 12.7% थी।
  • कॉर्पोरेट टेक्स रिसीप्ट भी इस बार 8.33% तक नीचे गिरी।
  • कंसमपशन में कमी, अधिक कॉमपीटीशन, और प्राइस प्रेशर जैसे कई अन्य फेक्टरों की वजह से इस बार की GDP पूरे 5.4% तक गिर गई है।
  • इन सब के साथ ही मटेरियाल कॉस्ट और लेबर कॉस्ट में भी बढ़ोत्तरी देखी गई, जो की गिरावट का एक बड़ा कारण माना जा सकता है।

GDP Q2 FY25 High Performing Sectors:

ऐसा नहीं है की GDP में गिरावट से सभी सेक्टरों को केवल नुकसान ही हुआ है, बल्कि कई ऐसे सेक्टर भी हैं जिन्होंने भारी ग्रोथ दिखाई है, जिनमें आप निवेश करने के बारे में सोच सकते हैं, जैसे:

एग्रीकलचर सेक्टर:

  • भारत की एग्रीकलचर सेक्टर में पूरे 3.5% की बढ़ोत्तरी देखी गई है।

प्राइवेट फाइनल कंसमपक्षण एक्सपेनडिचर (PFCE):

  • भारत की प्राइवेट फाइनल कंसमपक्षण एक्सपेनडिचर (PFCE) में पूरे 6.0% की बढ़ोत्तरी देखी गई है जो पिछले साल के 2.6% से काफी ज़्यादा है।

सर्विस सेक्टर:

  • भारत के सर्विस सेक्टर ने भी 7.1% की अच्छी बढ़ोत्तरी दिखाई जिसमें ट्रेड, होटल और ट्रांसपोर्ट सेगमेंट्स ने 6.0% की ग्रोथ रजिस्टर की।

कंस्ट्रक्शन सेक्टर:

  • भारत के कंस्ट्रक्शन सेक्टर में भी डोमेस्टिक स्टील कंसमपक्षण की वजह से पूरे 7.7% की बढ़ोत्तरी देखी गई है।

निवेशकों के लिए खास TIP:

  • अगर आप एक निवेशक हैं और हमारा ये लेख पढ़ रहे हैं तो आपके लिए खास टिप ये है की आपको अपने निवेश को अलग-अलग सेक्टरों में diversify करना चाहिए जिससे आपके रिस्क फेक्टर कम हो सकते हैं।
  • साथ ही केवल ऐसी कंपनियों में निवेश करें जिनके फंडामेंटल काफी मजबूत हों।
  • मार्केट को समय-समय पे मॉनिटर करते रहें और लॉंग टर्म इन्वेस्टिंग के अप्रोच को अपनाएं जैसे डिस्काउंटेड स्टॉक्स को खरीदना।

और पढ़ें: GDP Slowdown Q2 FY25

Conclusion:

तो इस तरह हमने देखा की कौनसे ऐसे सेक्टर हैं जिन्होंने डाउनफल और कौनसे ऐसे सेक्टर हैं जिन्होंने ग्रोथ दिखाई है। भविष्य में अपने निवेश को बेहतर बनाने के लिए आपको हमने इस लेख में कुछ महत्वपूर्ण टिप्स भी दी हैं। ध्यान रहे निवेश करने से पहले अपने फंडामेंटल, मार्केट रिस्क, अर्थव्यवस्था और पोर्ट्फोलीओ को चेक ज़रूर करें। आशा है की हमारे इस लेख से आपको क्लीर हो गया होगा की आपको कैसे सेक्टर में आगे निवेश करना चाहिए।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम अदिति है। मैं एक कंटेंट राइटर हूं। मुझे फाइनेंस जगत से जुड़े विषयों पर ब्लॉग लिखना काफी पसंद है। मेरा उद्देश्य यह है कि सही जानकारी को हिंदी में जल्द से जल्द उपलब्ध कराना है।

1 thought on “GDP Slowdown Q2 FY25: कौनसे सेक्टर में निवेश करें? और कौनसे सेक्टर से दूरी बनाएं? 2024”

Leave a Comment